जयपुर. जेएलएफ में मुगल टेंट में 'बिनिंग वॉरियर्स ऑन लिटरेरी डायवर्सिटी'पर चर्चा हुई.साथ ही शुक्रवार को जेएलएफ में 'क्लोज टू द बोन' सेशन का भी आयोजन किया गया. जिसमें संजोय रॉय के साथ बॉलीवुड और कैनेडियन एक्ट्रेस लिजा रे ने अपनी बुक पर भी चर्चा की.
बिनिंग वॉरियर्स ऑन लिटरेरी डायवर्सिटी सेशन में वक्ताओं ने सांस्कृतिक विविधता पर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक विविधता, यानी डायवर्सिटी से आशय यह है कि जो आपसे अलग है, उसे समझने के लिए एक दूसरे के बीच संवाद जरूरी होना चाहिए, तभी जाकर उसकी भावनाओं को समझा जा सकता है. क्योंकि संवाद ही लोगों को एक दूसरे से जोड़ता है.
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मॉडरेटर उर्वशी बुटालिया ने सनी सिंह, रोहना गोंसाल्वेस, ऐनी जैदी, हंसदा सोवेन्द्रा शेखर ने मिलकर डायवर्सिटी पर अपने विचार व्यक्त किये. इस मौके पर वक्ताओं ने चिंता जताई कि एक दलित को आगे बढ़ने के लिए अनेक प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.
हंसदा सौवेंद्र शेखर ने कहा कि आगे बढ़ने के लिए मौकों का फायदा जरूर उठाना चाहिए. इलाहाबाद की ऐनी जैदी ने कहा कि, जहां तक साहित्य में डाइवर्सिटी की बात है तो आजकल ऐसा होने लगा कि, किसी दूसरे की कहानी को अपना बनाया जा रहा है, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए. क्योंकि कहानी सुनाने वालों को सच्चाई बतानी चाहिए. इसी तरह घोषाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए.