जयपुर. राजस्थान कांग्रेस में विवाद है कि थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. अभी डोटासरा और शांति धारीवाल के बीच विवाद शांत नहीं हुआ है. अब भी दोनों नेताओं के बीच सुलह नहीं हुई है. हालांकि दोनों ही नेताओं ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध ली है, लेकिन ऐसा नहीं है कि केवल गोविंद सिंह डोटासरा और शांति धारीवाल के बीच ही विवाद चल रहा है, बल्कि गहलोत के कुनबे के कई मंत्री ऐसे हैं जिनकी आपस में नहीं बनती या फिर किसी मुद्दे को लेकर नाराजगी चल रही है. आइए आपको बताते हैं कि गहलोत कैंप के ऐसे कौन से मंत्री हैं जिनका कुछ ना कुछ विवाद चल रहा है :
गोविंद सिंह डोटासरा और शांति धारीवाल...
राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और वरिष्ठ मंत्री शांति धारीवाल के बीच गहलोत कैबिनेट की बैठक में ही विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ा कि अन्य मंत्रियों को बीच-बचाव करना पड़ा. लेकिन ऐसा नहीं है कि गोविंद सिंह डोटासरा और शांति धारीवाल के बीच पहली बार विवाद की स्थिति पैदा हुई हो. इससे पहले भी निकाय चुनाव के दौरान जब टिकट वितरण की बात आई थी तो भी शांति धारीवाल ने साफ कह दिया था कि टिकट उनकी इच्छा से ही वह वितरित करेंगे.
रघु शर्मा और सुभाष गर्ग...
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा और स्वास्थ्य राज्य मंत्री सुभाष गर्ग के बीच भी शीत युद्ध की स्थिति बनी हुई है. दरअसल, स्वास्थ्य महकमे में मंत्री रघु शर्मा अपने राज्य मंत्री का कोई इंटरफेयर नहीं चाहते हैं, जबकि कई बार मंत्री सुभाष गर्ग के साथ अंदर खाने में विभागीय मामलो पर दोनों में विवाद होता रहा है.
परसादी लाल मीणा-शांति धारीवाल...
मंत्री शांति धारीवाल और मंत्री परसादी लाल मीणा के बीच भी साल 2020 में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. हालात यह बने थे कि परसादी लाल मीणा जो खुद मंत्री के तौर पर कांग्रेस मुख्यालय में जनसुनवाई करते थे, खुद अपनी फरियाद लेकर पहुंच गए और शांति धारीवाल से पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की बात कही. इस दौरान उन्होंने यहां तक कह दिया था कि जब उनके मंत्री होते हुए उनकी सुनवाई नहीं हो रही है तो फिर आम जनता क्या करेगी. उस समय शांति धारीवाल ने एक बार तो पुलिस कर्मियों का पक्ष ले लिया था, जिससे विवाद और बढ़ गया था. हालांकि, बाद में मंत्री परसादी लाल मीणा के अनुसार कार्रवाई कर दी गई थी.
परसादी लाल मीणा और प्रताप सिंह खाचरियावास...