जयपुर. राजस्थान में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (digvijay singh) का विधायकों-मंत्रियों के साथ बैठक करने का कार्यक्रम आधिकारिक तौर पर रद्द हो गया, लेकिन केंद्र सरकार के खिलाफ अडानी पोर्ट (adani port) पर मिले ड्रग्स के मामले में जांच एनआईए (NIA) के स्थान पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) की निगरानी में करवाने की मांग उठाने के साथ ही दिग्विजय सिंह का राजस्थान प्रवास राजनीतिक चर्चाओं में है.
दिग्विजय सिंह ने आज राजस्थान कांग्रेस के दिग्गज नेताओं से मुलाकात की. सुबह करीब 9 बजे सचिन पायलट (Sachin pilot) ने दिग्विजय सिंह से खासा कोठी में करीब आधे घंटे मुलाकात की. इस दौरान दिग्विजय सिंह और सचिन पायलट ने बंद कमरे में आधे घंटे बातचीत की. इसके बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा दिग्विजय सिंह (State Congress President Govind Singh Dotasara) को लेने खासा कोठी पहुंचे. जहां काफी देर तक उनकी सिंह से बातचीत हुई.
डोटासरा के साथ दिग्विजय सिंह प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पहुंचे और प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसके बाद उन्होंने मंत्री प्रमोद जैन भाया (Minister Pramod Jain Bhaya) के आवास पर लंच किया. जहां से वे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और करीब 1 घंटे तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास से दिग्विजय सिंह सीधे स्पीकर सीपी जोशी (Speaker CP Joshi) के आवास पर पहुंचे और जोशी से बंद कमरे में मुलाकात की.
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जयपुर पहुंचे दिग्विजय सिंह की चारों नेताओं से हुई मुलाकात को भले ही औपचारिक मुलाकात का नाम दिया जा रहा हो, लेकिन राजस्थान की वर्तमान परिस्थितियों में चारों प्रमुख नेताओं से अलग-अलग मुलाकात करना दिग्विजय सिंह का एक राजनीतिक संदेश भी है और कहा जा रहा है कि चारों नेताओं से हुई बात को दिग्विजय सिंह कांग्रेस आलाकमान तक पहुंचाएंगे.
राजनीतिक सवाल पर दिग्विजय का जवाब
जयपुर में दिग्विजय सिंह राजस्थान से जुड़े किसी भी राजनीतिक सवाल का जवाब देने से बचते रहे. हालांकि कांग्रेस के अंदरूनी विवादों को लेकर उन्होंने इतना जरूर कहा कि अगर गुजरात में मुख्यमंत्री बदला जाता है तो उसे भाजपा का मास्टर स्ट्रोक कहा जाता है. जब पंजाब में कांग्रेस का मुख्यमंत्री बदला जाता है तो उसे आपसी झगड़ों का नाम दे दिया जाता है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि गुजरात में मंत्रिमंडल बनने में कितना समय लगा, क्या इसके बारे में किसी ने सवाल पूछा ?
ऐन वक्त पर बदला कार्यक्रम
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर निशाने साधे. कहने को दिग्विजय सिंह प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जयपुर आए थे, लेकिन वे राजस्थान के चारों राजनीतिक पावर सेंटर सचिन पायलट, गोविंद डोटासरा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और स्पीकर सीपी जोशी से मिले. ऐसे में चर्चा है कि दिग्विजय सिंह चारों नेताओं का फीडबैक लेने आए थे.
बता दें कि दिग्विजय सिंह को इन चारों नेताओं के अलावा राजस्थान के सभी मंत्रियों, पदाधिकारियों, अग्रिम संगठन के अध्यक्षों और निवर्तमान जिला अध्यक्षों से भी मुलाकात करनी थी. यह मुलाकात महंगाई, बढ़ती बेरोजगारी, पेट्रोल डीजल एवं रसोई की कीमतों में बढ़ोतरी, तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने, राष्ट्रीय संपत्ति की लूट एवं सार्वजनिक क्षेत्र का बड़े पैमाने पर निजीकरण पर चर्चा करने के लिए करनी थी.
24 सितंबर को इसका सर्कुलर भी तमाम मंत्रियों-पदाधिकारियों और अग्रिम संगठन के अध्यक्षों को भिजवा दिया गया था, लेकिन जब इस फीडबैक की खबरें मीडिया में चलीं और यह कहा जाने लगा कि दिग्विजय सिंह राजस्थान में मंत्रियों का फीडबैक लेने आ रहे हैं, तो ऐन वक्त पर इस कार्यक्रम को निरस्त कर दिया गया और दिग्विजय सिंह का केवल प्रेस कॉन्फ्रेंस और चारों प्रमुख नेताओं से मुलाकात का कार्यक्रम ही रखा गया. सवाल ये है कि दिग्विजय सिंह का पहले बना कार्यक्रम निरस्त क्यों किया गया?