जयपुर.राजधानी जयपुर के सिंधी कैंप थाना इलाके में एक कंपनी के 7.50 करोड़ रुपए के हीरे जवाहरात चोरी होने का मामला (Diamond Theft Case in Jaipur) सामने आया है. लॉजिस्टिक कंपनी के कर्मचारियों पर चोरी का आरोप लगाया गया है. कंपनी प्रबंधन ने सिंधी कैंप थाने में रविवार को चार कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है. बता दें, दिल्ली, मुंबई और गुजरात से जवाहरात का माल आया था, जो जयपुर में सप्लाई होना था. इससे पहले ही जवाहरात की चोरी हो गई.
अम्बे एक्सप्रेस लॉजिस्टिक कंपनी के मैनेजर धर्मेन्द्र पाण्डे ने सिंधी कैंप थाने में मामला दर्ज करवाया है कि फर्म से साढ़े 7 करोड़ रुपए के कीमती हीरे-जवाहरात चोरी हो गए. फर्म के कर्मचारी कंपनी की स्कूटी और जवाहरात लेकर फरार हो गए. कर्मचारी विकास कुमार गुर्जर, हरि ओम गुर्जर, सुरेन्द्र कुमार गुर्जर, देव नारायण और सीताराम पर आरोप लगाया गया है. कंपनी के मैनेजर धर्मेन्द्र की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी के देश के कई राज्यों में कार्यालय हैं. एक राज्य से दूसरे राज्य में माल डिलीवरी करने का काम किया जाता है. सिंधी कैंप थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
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सिंधी कैंप थाना अधिकारी गुंजन सोनी ने बताया कि अम्बे एक्सप्रेस लॉजिस्टिक नाम से एक फर्म है. यह फर्म बाहर से दूसरी पार्टियों के जो कुरियर आते हैं, उसे डिलीवर करने का काम करती है. गुंजन सोनी ने बताया कि कर्मचारी कंपनी का पार्सल लेकर आते हैं और सिंधी कैंप इलाके के एक गेस्ट हाउस में पार्सल चेक करते हैं. जिस दिन चोरी की घटना हुई उस दिन कंपनी का मुख्य सुपरवाइजर मुंबई गया हुआ था. इस दौरान कंपनी सुपरवाइजर के पीछे से चारों कर्मचारी करोड़ों रुपए का पार्सल लेकर फरार हो गए. पुलिस ने बताया कि कंपनी को जयपुर में साढ़े सात करोड़ रुपए के हीरे डिलीवर करने थे. ये माल दिल्ली, मुंबई, गुजरात समेत कुछ अन्य राज्यों से मंगाया गया था. कंपनी मैनेजर की रिपोर्ट पर थाने में रविवार को मामला दर्ज किया गया है. पुलिस जांच पड़ताल कर रही है.
पुलिस के मुताबिक कंपनी में काम करने वाले चारों कर्मचारी सवाई माधोपुर जिले के हैं. चारों के पास जो फोन थे वे बंद आ रहे हैं. कंपनी के कुछ कार्मिकों ने उनके घर जाकर भी उनके बारे में पड़ताल करने की कोशिश की लेकिन वे नहीं मिले. पुलिस ने बताया कि चारों कार्मिकों का काम बंटा हुआ था. किसी का काम माल लोड अनलोड करना था तो किसी का काम सप्लाई का था.