जयपुर.जयपुर इंटरनेशनल पोएट्री लाइब्रेरी की ओर से साहित्य उत्सव जीआईपीएल फेस्ट 2021 का आयोजन हो रहा है. जीआईपीएल के विभिन्न सत्रों में साहित्य सिनेमा सहित अन्य विषय पर संवाद किया गया. वक्ताओं ने साहित्य और सिनेमा के माध्यम से समाज और विश्व कैसे बेहतर हो इस पर अपने विचार पेश किए. वहीं फिल्म निर्माण के गुर भी युवाओं को बताए गए.
प्रथम सत्र में चर्चा करते हुए सवाई सिंह शेखावत ने कहा कि साहित्य वह है, जो संस्कार देकर मति को परिष्कृत करें. कोई भी समाज साहित्य और कलाओं के बिना आगे नहीं बढ़ सकता. वहीं साहित्यकार दुर्गा प्रसाद अग्रवाल ने कहा कि दूसरों की पीड़ा को समझना है, वह इंसान होता है. साहित्य कला संस्कृति को समझने वाला भी बेहतर मनुष्य होता है. इसलिए कला हमारे जीवन को संवार देती है.
जीआईपीएल फेस्ट 2021 में स्त्री विमर्श सत्र भी आयोजित हुआ, इसमें सुजाता, कविता माथुर, रेशमा खान और मनीषा कुलश्रेष्ठ के साथ शिवानी शर्मा ने अपने-अपने विचार रखें. इसमें स्त्री लेखन के साथ ही जमीन पर भी काम करने की जरूरत बताई गई. जिन महिलाओं के लिए लिखा जा रहा है, वह महिलाएं भी उस लेखन से परिचित हो और आगे बढ़े. वहीं पुस्तक उसने गांधी को क्यों मारा विषय पर सत्र में लेखक अशोक कुमार पांडे से तस्लीम खान ने चर्चा की.