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जयपुर: सदाशिव ज्योतिर्लिंगेश्वर महादेव मंदिर में उमड़ा भक्तों का सैलाब, एक ही शिवलिंग में भोलेनाथ के 12 स्वरूपों के दर्शन - सदाशिव ज्योतिर्लिंगेश्वर महादेव

देशभर में महाशिवरात्रि का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है. छोटीकाशी जयपुर में भी महाशिवरात्रि पर्व काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. छोटी काशी के तमाम शिवालय भगवान भोलेनाथ के जयकारों से गुंजायमान रहे.

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सदाशिव ज्योतिर्लिंगेश्वर महादेव मंदिर में उमड़ा भक्तों का सैलाब

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Published : Feb 21, 2020, 3:01 PM IST

जयपुर. आमेर में कुकस स्थित सदाशिव ज्योतिर्लिंगेश्वर महादेव मंदिर में भी अल सुबह से ही भक्तों का सैलाब उमड़ता हुआ नजर आया. दूरदराज से भक्त अपनी मनोकामनाएं लिए भगवान भोलेनाथ के दरबार में पहुंचे. भक्तों ने हर-हर महादेव और बम-बम भोले के जयकारे लगाए.

भक्तों ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक कर बेर, गाजर, फूल, फल सहित कई सामग्रियां अर्पित कर पूजा अर्चना की. भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर सभी ने अपने मनोकामनाएं पूर्ण होने की प्रार्थना की. सदाशिव ज्योतिर्लिंगेश्वर महादेव मंदिर काफी प्राचीन है.

सदाशिव ज्योतिर्लिंगेश्वर महादेव मंदिर में उमड़ा भक्तों का सैलाब

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इस मंदिर की मान्यता है, कि भगवान भोलेनाथ के दरबार में आने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती है. यहां पर दूर-दूर से भी भक्त अपनी मनोकामनाएं लिए भगवान भोलेनाथ के दरबार में धोक लगाने के लिए पहुंचते हैं. ऐसे भक्त भी भगवान भोलेनाथ के दरबार पहुंचे, जिनकी मनोकामनाएं पूर्ण हुई है.

भक्तों की आस्था है, कि मंदिर में आने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है. कई युवा अपने विवाह को लेकर भगवान भोलेनाथ के दरबार में मनोकामना लेकर पहुंचे, तो कई संतान प्राप्ति के लिए मनोकामना लेकर पहुंचे. कई भक्ति अपने शारीरिक दुखों का निवारण करने के लिए भी भगवान भोलेनाथ के दरबार में प्रार्थना करने पहुंचे.

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मंदिर की यह है खासियत

कुकस स्थित सदाशिव ज्योतिर्लिंग ईश्वर महादेव मंदिर में अष्ट धातु से बनी भगवान भोलेनाथ की प्रतिमा विराजमान है. जिसमें द्वादश ज्योतिर्लिंग के दर्शन होते हैं. यानी भगवान भोलेनाथ के 12 स्वरूप यहां देखने को मिलते हैं. मंदिर का निर्माण साल 2002 में किया गया था. इससे पहले छोटा मंदिर बना हुआ था. जिसका 2002 में निर्माण करवाया गया. इस मंदिर की मान्यता है कि भगवान भोलेनाथ के दरबार में पूजा अर्चना करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती है.

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