जयपुर. राजस्थान में गहलोत सरकार देवस्थान विभाग के मंदिरों में धार्मिक आयोजन करवा रही है. पहले रामनवमी पर रामायण पाठ और अब 16 अप्रैल को हनुमान जयंती पर सुंदरकांड (sunder kand on Hannuman Jayanti on 16 April) के पाठ का आयोजन होगा, लेकिन बीजेपी के नेताओं को यह रास नहीं आ रहा है. बीजेपी ने इन आयोजनों को लेकर कांग्रेस पर चुनावी माहौल में हिन्दू धर्म का कार्ड खेलने का आरोप लगाया है. इन आरोपों को लेकर देवस्थान विभाग की मंत्री शकुंतला रावत ने भाजपा पर हमला (Shakuntala Rawat targeted BJP) बोला है. मंत्री शकुंतला रावत ने Etv भारत से खास बातचीत (Devasthan Department Minister Shakuntala Rawat) on Etv Bharat में उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही सभी धर्मों को साथ लेकर चलने वाली पार्टी है. अगर गहलोत सरकार मंदिरों में रामायण पाठ या सुंदरकांड करवाती है तो बीजेपी को क्यों दिक्कत हो रही है.
हनुमान जयंती पर सुन्दरकाण्ड
देवस्थान विभाग की मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि नवरात्रि में अखंड पाठ करना और हनुमान जयंती पर सुन्दरकाण्ड का कार्य करना यह परम्परा प्राचीन काल से चली आ रही है. उसी तरह प्रदेश की गहलोत सरकार भी नवरात्र में अखंड पाठ का आयोजन किया था. अब 16 अप्रैल को हनुमान जयंती पर देवस्थान विभाग के अधिकतर मंदिरों में सुंदरकांड का पाठ करवाएंगे. यह सुन्दरकाण्ड का पाठ सुबह 8:00 बजे से 12:00 बजे तक होगा.
...तो बीजेपी के पेट में दर्द क्यों हो रहा
शकुंतला रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री अगर मंदिरों में जा रहे हैं, सरकार धार्मिक आयोजन करा रही है तो बीजेपी के पेट में दर्द क्यों हो रहा है. राजस्थान के सीएम तो हमेशा से ही मंदिरों में दर्शन करने जाते रहे हैं. मुख्यमंत्री निवास में भी मंदिर बना हुआ है और वहां भी वह हर दिन पूजा करते हैं. यह कोई नई बात नहीं है कि मुख्यमंत्री इस मंदिर में जा रहे हैं या सरकार का जो देवस्थान विभाग है वो मंदिरों में पूजा-पाठ करा रहा है.
रावत ने कहा कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री की जो सोच है सभी धर्मों को साथ लेकर चलने की है. उन्होंने कई प्रकार की योजनाएं शुरू की हैं जो हर व्यक्ति के लिए हैं. इसमें किसी जाति धर्म को नहीं बांटा गया है. मानव सेवा सबसे बड़ा धर्म है और उसी पर हम काम कर रहे हैं. शकुंतला रावत ने कहा कि अगर बीजेपी वालों ने पढ़ाई की होगी तो जानेंगे कि मानव धर्म सबसे बड़ा होता है और वही काम प्रदेश सरकार कर रही है. क्या हिन्दू धर्म का कॉन्ट्रैक्ट बीजेपी के पास है ? क्या कांग्रेस हिन्दू धर्म में पूजा पाठ नहीं कर सकती?