जयपुर.पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन तनाव चरम पर पहुंच गया है. सोमवार रात को गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हुई झड़प में भारतीय सेना के कमांडिंग ऑफिसर सहित तीन जवान शहीद हो गए हैं. इस मामले को लेकर राजस्थान के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी है.
सचिन पायलट ने अपने ट्वीट में लिखा कि लद्दाख में गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ आमने-सामने की लड़ाई में एक कमांडिंग ऑफिसर सहित तीन भारतीय जवान शहीद हो गए, ये गहराई से परेशान करने वाला है. उन्होंने लिखा कि मैं दिवंगत आत्मा की शांति के प्रार्थना करता हूं और परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता हूं. साथ ही डिप्टी सीएम ने लिखा कि मैं भारत सरकार से इस मामले को अत्यंत तत्परता और गंभीरता के साथ लेने का आग्रह करता हूं.
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क्या है पूरा मामला
लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ 'हिंसक टकराव' के दौरान भारतीय सेना के एक अधिकारी और दो जवान शहीद हो गए. इस घटना के बाद चीन मुद्दे को घुमाने की कोशिश कर रहा है. चीन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारत से बातचीत की जा रही है. वह तनाव नहीं चाहता है. 45 साल बाद वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हिंसक झड़प हुई है. भारतीय सेना के सूत्रों ने जानकारी दी है कि तनाव कम करने के लिए मेजर स्तर के अधिकारी बात कर रहे हैं.
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उल्लेखनीय है कि इस पूरे विवाद में भारतीय और चीनी सेना के बीच पहले भी कई हिंसक झड़पें हुई थीं. ऐसी ही गंभीर स्थिति पांच मई को लद्दाख स्थित पैंगोंग झील के उत्तरी तट पर पैदा हो गई थी, जिसमें कम से कम 75 सैनिक घायल हो गए थे. हालिया गतिरोध को लेकर लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट-जनरल हरेंद्र सिंह और पीएलए के दक्षिण झिंजियांग सैन्य जिले के कमांडर मेजर-जनरल लिन लियू (भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट-जनरल के समकक्ष) के बीच छह जून को बैठक हुई थी.