जयपुर. राज्य सरकार ने मरीजों को राहत देने के लिए संवेदनशील निर्णय लिया है. जयपुर स्थित एसएमएस मेडिकल कॉलेज में हेपाटो पैंक्रियाटिक बिलारी सर्जरी (Hepato Pancreatic Biliary Surgery) विभाग की स्थापना के लिए प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है. इससे राजधानी जयपुर में अब यकृत, अग्नाशय तथा पित्त की थैली की सर्जरी की अधिक सुविधा उपलब्ध हो सकेगी.
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मुख्यमंत्री की घोषणा को पूरा करने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किए है. आदेश के मुताबिक बजट घोषणा की क्रियान्वति में ही एसएमएस मेडिकल कॉलेज में इम्यूनोलॉजी और रुमेटोलॉजी विभाग, यूरोलॉजी विभाग और यूरो ऑन्कोलॉजी विभाग की स्थापना के लिए 10 नए पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है. इन 10 पदों में से इम्यूनोलॉजी एवं रुमेटोलॉजी विभाग में एक आचार्य तथा एक सह आचार्य का पद सृजित किया गया है.
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पीडियाट्रिक यूरोलॉजी में कुल 4 पद बनाए गए हैं जिनमें एक आचार्य, एक सह आचार्य तथा 2 सहायक आचार्य के पद हैं. इसी तरह, यूरो ऑन्कोलॉजी में एक आचार्य, एक सह आचार्य और 2 सहायक आचार्य के कुल 4 पद हैं. इन पदों के सृजन से गठिया रोग, बच्चों में यूरीनरी संबंधी रोग तथा यूरीनरी कैंसर रोगियों को ईलाज की अधिक सुविधा मिलेगी. बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में हेपाटो पैंक्रियाटो बिलरी सर्जरी विभाग की स्थापना की घोषणा की थी.