जयपुर.उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 वर्षीय दलित युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या करने के प्रकरण को लेकर प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. हाथरस डीएम प्रवीण कुमार के जयपुर स्थित मकान के बाहर शुक्रवार को भीम आर्मी से जुड़े हुए कुछ लोगों ने पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की. इसके बाद घर के बाहर कचरा फैला कर वहां से भाग गए.
मामले की सूचना मिलने पर वैशाली नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और नगर निगम के कर्मचारियों को मौके पर बुलाकर कचरे को साफ करवाया. हाथरस डीएम प्रवीण कुमार के जयपुर स्थित मकान के पास रहने वाले राजेश ने बताया कि 10 से 15 युवक गली की दोनों तरफ से प्रवीण कुमार के मकान के बाहर आकर इकट्ठा हुए.
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राजेश ने बताया कि उसके बाद युवकों ने न्याय दिलाने की मांग को लेकर नारेबाजी की और मकान की दीवार पर पोस्टर चिपकाकर मकान के अंदर पोस्टर फेंकने लगे. इसके बाद मकान के बाहर कचरा फैलाकर युवक गली में इकट्ठा होती भीड़ को देखकर वहां से भाग निकले.
दरअसल, प्रवीण कुमार वर्तमान में उत्तर प्रदेश के हाथरस में डीएम के पद पर कार्यरत हैं और जयपुर में उनका जो मकान है उसे किराए पर दिया हुआ है, जिसमें एक परिवार किराए से रह रहा है. इस पूरे घटनाक्रम की सूचना पर मौके पर पहुंची वैशाली नगर थाना पुलिस ने दीवार पर चिपकाए गए पोस्टर हटाए.
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साथ ही नगर निगम के कर्मचारियों को मौके पर बुलाकर भीम आर्मी के सदस्यों की ओर से फैलाए गए कचरे को साफ करवाया. इस पूरे घटनाक्रम के बाद गली में रह रहे सभी लोगों ने रोष प्रकट किया है. सुरक्षा के तौर पर गली के आसपास पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है.
क्या है पूरा मामला
हाथरस में बीते 14 सितंबर को पीड़िता अपनी मां के साथ पशुओं का चारा लेने गई थी. आरोप है कि उस समय गांव का ही युवक खेत पर आया और युवती को घसीट कर ले गया, जहां उसने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर युवती के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. इतना ही नहीं, आरोपियों ने पीड़िता का गला दबाकर मारने का प्रयास किया. इस दौरान आरोपियों ने उसकी इतनी पिटाई की, कि वह बेहोश हो गई.
बेहोशी के बाद आरोपी पीड़िता को मरा समझकर खेत में ही छोड़ गए. आनन-फानन में पीड़िता को जिला अस्पताल लाया गया, जहां से उसे अलीगढ़ रेफर कर दिया गया. अलीगढ़ के बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई. इसके बाद दिल्ली से शव गांव लाकर आधी रात में ही पुलिस वालों ने पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया.
इसके बाद गुरुवार को पीड़िता के परिवार से मिलने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दिल्ली से यमुना एक्सप्रेस वे के माध्यम से हाथरस जा रहे थे, जिन्हें यमुना एक्सप्रेस वे पर रोक लिया गया. कार्यकर्ताओं के नारे लगाने और उत्तेजित होने के बाद पुलिस ने मौके पर लाठियां भी भांजी. इसके बाद राहुल-प्रियंका पैदल ही निकल गए. इस दौरान राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की भी की गई. इसके बाद से भी पूरे देश में मामले को लेकर धरना-प्रदर्शन जारी है. इस कड़ी में शुक्रवार को हाथरस डीएम के जयपुर स्थित आवास के बाहर भीम आर्मी की ओर से प्रदर्शन किया गया.