जयपुर. राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) के लेवल-1 से बीएडधारियों को बाहर करने की मांग करते हुए बीएसटीसी धारकों ने राजधानी जयपुर के शहीद स्मारक पर प्रदर्शन किया. इनका कहना है कि 26 अक्टूबर को कोर्ट में होने वाली सुनवाई में सरकार मजबूती से बीएसटीसी धारकों का पक्ष रखे.
दरअसल शिक्षक ग्रेड-3 के लेवल-1 (कक्षा-1 से कक्षा-5) तक को पढ़ाने वाले शिक्षकों की भर्ती के लिए केवल बीएसटीसी धारकों को ही मौका देने की मांग पुरानी है. इसके लिए 2020 में बीएसटीसी धारकों ने बड़ा आंदोलन किया तो सरकार ने भी उनकी मांग पर सहमति जताई थी. लेकिन रीट-2021 में लेवल-1 की परीक्षा में बीएडधारियों से भी आवेदन लिए गए और उन्हें परीक्षा में बैठाया गया.
बीएडधारियों को बाहर करने की मांग इस पर हाईकोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई है. इस पर अगली सुनवाई 26 अक्टूबर को होनी है. बीएसटीसीधारी अभ्यर्थियों का कहना है कि 26 को होने वाली सुनवाई में सरकार मजबूती के साथ उनका पक्ष रखे ताकि लेवल-1 से बीएडधारियों को बाहर किया जा सके. बीएसटीसी धारक अभ्यर्थी महेंद्र कुमार शर्मा का कहना है कि बीएडधारी अभ्यर्थियों के पास शिक्षक ग्रेड-3 के लेवल-2 के साथ ही शिक्षक ग्रेड-2 और स्कूल व्याख्याता में शामिल होने का मौका होता है.
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लेकिन बीएसटीसी धारी अभ्यर्थी केवल लेवल-1 में ही आवेदन कर सकते हैं. ऐसे में यदि लेवल-1 में बीएडधारियों को शामिल करना उनके हितों के साथ खिलवाड़ करने जैसा है. बीएसटीसीधारी अभ्यर्थियों का कहना है कि अभी 26 को होने वाली सुनवाई में उनका पक्ष मजबूती के साथ रखने के लिए आज सांकेतिक प्रदर्शन किया गया है. यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो बड़े आंदोलन की तैयारी की जाएगी.