जयपुर. देशभर में कोरोना का कहर जारी है. कोरोना संकट के दौर में आमजन के लिए काफी मुश्किलें खड़ी हो रही है. काम धंधे बंद होने की वजह से लोगों का परिवार का पेट पालना भी मुश्किल हो गया है. ऐसे में पानी बिजली के बिल भारी पड़ रहे हैं. राष्ट्रवादी जन सेना की ओर से मांग की गई है कि वैश्विक महामारी में आमजन और व्यापारियों के हितों का ध्यान रखा जाए.
बिजली, पानी के बिल माफ कर आमजन को राहत देने की मांग पानी और बिजली के बिलों में छूट दी जाए. काम धंधे चौपट हो चुके हैं. ऐसे में लोग पानी बिजली के बिल चुकाने में समर्थ नहीं है. केंद्र और राज्य सरकार को इस संकट के समय आमजन को राहत देनी चाहिए. राष्ट्रवादी जन सेना की ओर से आमजन से भी अपील की गई है कि कोई भी पानी और बिजली के बिल जमा नहीं करवाए.
राष्ट्रवादी जन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष करण सिंह ने बताया कि कोरोना काल में सरकार जनता के हितों का ध्यान रखते हुए 2 महीने के बिजली- पाली के बिल माफ करें. सरकार गरीब परिवारों के भोजन की व्यवस्था करें, क्योंकि यह सरकार और राजनीतिक पार्टियों की जिम्मेदारी है. ताकि कोरोना काल में जनता को थोड़ी राहत मिल सके. इसके साथ ही सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम घटाकर जनता को राहत दे.
देश में चल रही वैश्विक महामारी को लेकर स्वास्थ्य ढांचा मजबूत बनाएं. सरकार चाहे केंद्र की हो या राज्य की, जातिवाद सांप्रदायिकता नहीं फैलाकर जनता के हितों और उनकी मूलभूत आवश्यकताओं पर ध्यान दें. राज्य किसी पार्टी विशेष का नहीं है, यह सभी राष्ट्रवादियों का है.
करण सिंह ने बताया कि कोरोना काल में लोगों का काम धंधा तो चल नहीं रहा, लेकिन किश्त लेने वाले टाइम पर पहुंच रहे हैं. गरीब भूखे मर रहे हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए कि लोगों की ईएमआई किस्त में भी छूट दी जाए. जनता से भी अपील की जा रही है कि बिजली पानी और टेलीफोन के बिल नहीं जमा करवाएं. रेमडेसीविर इंजेक्शन, कोरोना वैक्सीन समेत जरूरी दवाइयों पर जीएसटी फ्री होना चाहिए.
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उन्होंने बताया कि प्रदेश के हर गांव हर घर तक पहुंच कर लोगों को जागरूक करेंगे. यह वक्त जन सेवा करने का है. सरकार को भी गंभीरता दिखानी चाहिए. पेट्रोल डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं और महंगाई भी तेजी से बढ़ रही है. जिसका खामियाजा गरीब जनता को भुगतना पड़ रहा है.
जीएसएस पर प्रदर्शन
उपखंड क्षेत्र में आए तूफान से विद्युत सप्लाई बंद 72 घंटे होने पर भी आकोला क्षेत्र के अधिकांश फीडर अभी तक बंद है. इसके चलते क्षेत्र के लोग परेशान हैं. खासकर क्षेत्र केकई गांव में पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है, क्योंकि बिजली आपूर्ति ठप है. ऐसे में लोगों के साथ -थ मवेशियों के सामने भी पेयजल संकट खड़ा हो गया है. इसके अलावा कोविड-19 के अंतर्गत क्वॉरेंटाइन लोगों की हालत और भी खराब है जिनका बिजली के अभाव में अपने घरों में रहना मुश्किल हो गया है. इस समस्या को लेकर प्रधान राणावत आज अपने समर्थकों के साथ जीएसएस पर प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए.