जयपुर/नई दिल्लीः दिल्ली के एक डॉक्टर को 75 करोड़ का लोन देने के नाम पर कारोबारी ने उनसे 4.25 करोड़ रुपये ठग लिए. इसके बाद वह उन्हें टालने लगा. आर्थिक अपराध शाखा ने जब इस घटना को लेकर मामला दर्ज किया तो कारोबारी फरार हो गया. आरोपी अपने दो सहयोगियों के साथ जयपुर में छुपा था, जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
संयुक्त आयुक्त ओपी मिश्रा के अनुसार फोकस इमेजिंग एंड रिसर्च सेंटर प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक प्रशांत सरीन ने आर्थिक अपराध शाखा को शिकायत की थी. उन्होंने बताया कि जुलाई 2018 में वह एक दोस्त के माध्यम से संजय सक्सेना से मिले, जिसने खुद को सोने एवं हीरे का बड़ा कारोबारी बताया.
उसने बताया कि वह बड़ी-बड़ी कंपनियों को लोन देता है और वह उन्हें 8 फीसदी ब्याज पर 75 करोड़ का लोन दिलवा सकता है. कई बैठक के बाद उसने बताया कि वह अपनी कंपनी एल डी ग्रुप के नाम से उनकी कंपनी को पहले 35 करोड़ और बाद में 40 करोड़ रुपये ट्रांसफर करेगा. लेकिन इसके लिए उन्हें स्टांप पेपर लेना होगा.
डॉक्टर से ले लिए 4.25 करोड़ रुपये
लोन के दस्तावेज तैयार करने के नाम पर इनके बीच एग्रीमेंट हुआ, जिसमें 7 साल के लिए 6 फीसदी ब्याज पर पैसा देने की बात तय हुई. उनसे स्टांप पेपर के नाम पर संजय ने एडवांस ले लिया और बाद में उन्हें बताया कि उनका बैंक खाता फ्रीज हो गया है. इसके बाद इनकम टैक्स सेटेलमेंट के नाम पर भी उनसे रुपये ले लिए. संजय सक्सेना ने उनसे लगभग 4.25 करोड़ रुपये ले लिए.