जयपुर/नई दिल्ली.दिल्ली पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) ने 16 साल के नाबालिग को परिजनों से मिलवाने में कामयाबी हासिल की. पुलिस टीम ने सोशल मीडिया के जरिए नाबालिग के परिजनों को जयपुर से ढूंढ लिया. बच्चे के परिजनों ने उसकी पहचान कर ली है.
लापता बच्चे को परिजनों से मिलवाया 1 साल पहले आश्रय गृह में लाया गया
डीसीपी साउथ ईस्ट आरपी मीणा ने बताया कि 18 सितंबर को रुटीन विजिट के दौरान वो आश्रय गृह गए थे. वहां काउंसलिंग के दौरान उन्हें एक बच्चा के बारे में पता चला, वो बच्चा आश्रय गृह में एक साल पहले लाया गया था. पुलिस को उसने बताया कि उसका घर मस्जिद के पास है. बच्चा मानसिक रूप से कमजोर है. इसलिए पुलिस को ठीक से कोई जानकारी नहीं दे पा रहा था.
राजस्थान के जयपुर से जुड़े तार
पुलिस ने बच्चे से मिले सुरागों के आधार पर जांच शुरू कर दी. पुलिस ने गूगल की मदद से बच्चे के घर के बारे में पता लगाने की कोशिश की. जिसके बाद जांच के दौरान पता चला कि बच्चे का घर शास्त्री नगर जयपुर में है. इसके बाद आगे खोजबीन के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि नसीमुद्दीन नाम के एक व्यक्ति का बच्चा 1 साल से लापता हैं.
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नसीमुद्दीन जयपुर में प्राइवेट नौकरी करते थे और वो बिहार गया के रहने वाले हैं. पुलिस ने बच्चे के परिजनों से संपर्क किया. फिलहाल, बच्चे के परिजनों ने उसको पहचान लिया है.