जयपुर. भगवान विष्णु के छठे अवतार माने जाने वाले भगवान परशुराम की जयंती 25 अप्रैल को मनाई जाएगी. हालांकि कई लोग जयंती को 26 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन भी मनाएंगे. ऐसे में लॉकडाउन के चलते यह पर्व घरों में रहकर सादगी से मनाया जाएगा. लोग अपने घरों में पूजा-अर्चना कर दीप प्रज्वलित कर भगवान परशुराम की आराधना करेंगे.
ज्योतिषाचार्य प्रेमचंद सेवग के अनुसार इस जयंती और अक्षय तृतीया के अपने-अपने सिद्धांत है. यह जयंती वैशाख शुक्ल पक्ष तृतीया के प्रदोष काल में मनाई जाती हैं. वहीं अक्षय तृतीया सूर्य उदय कालीन तीन मुहूर्त व्यापिनी में मनाई जाती है. ऐसे में 25 अप्रैल को प्रदोष काल में तृतीया रहेगी और दोपहर 11 बजकर 52 मिनट पर तृतीया लग जाएगी. जो रविवार दोपहर 1 बजकर 23 मिनट तक रहेगी. भगवान शिव के परम भक्त परशुराम न्याय के देवता है. इस दिन दान धर्म का विशेष महत्व है.