जयपुर.रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में घुसने और सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने के नियमों की अवहेलना करने से जुड़े सांसद दीया कुमारी के आरोपों का कांग्रेस विधायक दानिश अबरार ने पलटवार किया है. सवाई माधोपुर से विधायक अबरार ने भाजपा सांसद दीया कुमारी के लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए भाजपा सांसद को अनर्गल बयानबाजी कर भ्रष्टाचारियों का साथ ना देने की नसीहत दी है.
दानिश अबरार ने बयान जारी कर राजसमंद सांसद दीया कुमारी से भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही लड़ाई में उनका साथ देने की अपील की है. दानिश अबरार ने कहा की दीया कुमारी एनटीसीए सदस्य हैं और मेरे से ज्यादा रणथंभोर के बाघों की सुरक्षा के लिए बन रही सुरक्षा दीवार के निर्माण में कोई भ्रष्टाचार ना हो इसकी जिम्मेदारी उनकी बनती है.
अबरार ने कहा कि मुझे खुशी इस बात की है कि इस बहाने ही सही, लेकिन सांसद दिया कुमारी को कोविड-19 में सवाई माधोपुर वासियों की याद तो आई. अबरार ने बताया कि वह रणथंबोर वन सीमा पर बनी हुई दीवार की निरीक्षण के लिए वन विभाग केसीसी ऐप मनोज पाराशर और डीएफओ मुकेश सैनी को सूचना करने और वहां से मंजूरी मिलने के बाद 6 जून को निरीक्षण के लिए गए थे.
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अबरार ने कहा उनके साथ डीएफओ मुकेश सैनी, एसीएफ संदीप चौधरी, रेंजर राज बहादुर मीणा, तहसीलदार गोपाल सिंह, पीडब्लूडी एक्स एनडीके फुलवरिया, क्वॉलिटी कंट्रोल सहायक अभियंता गुमान सिंह, लैब टेक्नीशियन जितेंद्र जैन सहित कई अधिकारी मौजूद थे. अबरार ने यह भी कहा कि दीवार के निर्माण के निरीक्षण के अलावा उन्होंने वन क्षेत्र में कहीं पर भी भ्रमण नहीं किया.
सरकार जाए भाड़ में क्यों बोले इस पर भी दी अबरार ने सफाई
कांग्रेस विधायक दानिश अबरार की ओर से जारी वक्तव्य में यह भी लिखा गया पिक्चर निरीक्षण के लिए गए तो वहां मौजूद 1 अधिकारियों से उन्होंने निर्माण में कमियों को लेकर जवाब मांगा. लेकिन वह कहते रहे कि आप निरीक्षण कर लो हम सरकार को रिपोर्ट दे देंगे. इसके जवाब में मैंने कहा था कि ऐसी बात है तो मैं धरने पर बैठे आऊंगा.
दानिश ने यह भी लिखा कि विधायक बनने के बाद उन्होंने अपने पहले इंटरव्यू में स्पष्ट कहा था कि अगर मुझे मेरी जनता की लड़ाई लड़ने के लिए सरकार के खिलाफ भी जाना पड़ेगा. तो मैं उसमें भी पीछे नहीं दूंगा. क्योंकि मेरे लिए जनता ही सर्वोपरि है. वन विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है. मंत्री ने सुरक्षा दीवार मामले में गंभीरता दिखाते हुए जांच के आदेश भी दिए हैं जिसका मैं स्वागत करता हूं.