जयपुर.राजधानी में साइबर ठगों ने अपनी जड़े इस कदर मजबूत कर ली है कि कदम- कदम पर लोगों को ठगी का शिकार हो रहे हैं. जयपुर पुलिस जब तक एक प्रकरण को सुलझाती है, तब तक साइबर ठगों की ओर से ठगी की अनेक वारदातों को अंजाम दे दिया जाता है. इस ही कड़ी में चित्रकूट निवासी हिमांशु चौधरी ने साइबर थाने में एक प्रकरण दर्ज करवाया है. जिसमें उनके स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के क्रेडिट कार्ड से यूएस डॉलर और पोलैंड की मुद्रा में राशि निकाल ली गई.
राजधानी में बढ़ रहे साइबर ठगी के मामले साइबर ठगों की ओर से उनके बैंक खाते से भारतीय मुद्रा में 2 लाख रुपए निकाले गए हैं. इसके संबंध में पहले पीड़ित ने बैंक में और ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाई थी, लेकिन बैंक की तरफ से जब कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया तो पीड़ित ने साइबर थाने में ठगी का प्रकरण दर्ज करवाया, फिलहाल प्रकरण में पुलिस की जांच जारी है.
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टेंडर दिलाने के नाम पर 30 लाख ठगे
मुरलीपुरा थाना इलाके में एलुमिनियम स्क्रैप का टेंडर दिलाने के नाम पर 30 लाख रुपए की ठगी का एक प्रकरण सामने आया है. आलोक रंजन द्वारा इस संबंध में ठगी का प्रकरण दर्ज करवाया गया है. जिसमें देहरादून की एक फर्म द्वारा एल्युमीनियम स्क्रैप का टेंडर दिलाने के नाम पर बैंक खाते में सिक्योरिटी राशि और अन्य तरह के टैक्स जमा कराने का झांसा देकर ठगों ने 30 लाख रुपए ठग लिए, फिलहाल प्रकरण में पुलिस की जांच जारी है.
ब्याज रहित लोन दिलाने के नाम पर ठगी
इसके साथ ही साइबर ठगों द्वारा ब्याज रहित लोन दिलाने का झांसा देकर 3.50 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया है. इसके संबंध में टोंक फाटक निवासी आलोक गुप्ता ने प्रकरण दर्ज करवाया है. साइबर ठगों द्वारा बजाज फाइनेंस का कस्टमर अधिकारी बनकर 15 लाख रुपए का ब्याज रहित लोन देने का झांसा देकर प्रोसेसिंग फीस, फाइल चार्ज, इनकम टैक्स कार्ड और सिक्योरिटी राशि के नाम पर 3.50 लाख रूपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया है.