जयपुर.लॉकडाउन में छूट मिलने के साथ एक बार फिर से जनजीवन सामान्य होने की राह पर चल पड़ा है. आमजन की चहल कदमी बढ़ने के साथ ही प्रदेश में एक बार फिर से संगीन अपराधों का आंकड़ा भी बढ़ने लगा हैं. हालांकि अपराध के अधिकतर प्रकरणों में अभी भी भारी कमी दर्ज की जा रही है. लेकिन संगीन अपराधों में हो रही बढ़ोतरी राजस्थान पुलिस के लिए एक बड़ा सिर दर्द बनी हुई हैं.
प्रदेश में बढ़ रहे संगीन अपराधों के प्रकरणों पर नकेल कसने के लिए पुलिस मुख्यालय से तमाम जिला एसपी और तमाम रेंज आईजी को अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.
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डीजी क्राइम बीएल सोनी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि मई 2020 में प्रदेश में संगीन अपराधों के प्रकरणों में इजाफा दर्ज किया गया है. लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद राजस्थान में हत्या, हत्या का प्रयास और बलवा के प्रकरणों में इजाफा देखा जा रहा है.
इसके साथ ही महिला अपराधों से जुड़े हुए आंकड़ों की यदि बात की जाए तो दहेज हत्या और दहेज आत्महत्या का दुष्प्रेरण के प्रकरणों में इजाफा देखा गया है. हालांकि कुछ राहत देने वाली बात यह है कि प्रदेश में डकैती, अपहरण, बलात्कार, नकबजनी, चोरी और अन्य आईपीसी के प्रकरणों में भारी कमी दर्ज की गई है.
मई 2019 और 2020 के अपराध के आंकड़ों का तुलनात्मक अध्ययन
अपराध | 2019 | 2020 |
हत्या | 162 | 184 |
हत्या का प्रयास | 189 | 206 |
डकैती | 9 | 8 |
लूट | 140 | 44 |
अपहरण | 953 | 375 |
बलात्कार | 789 | 384 |
नकबजनी | 648 | 323 |
चोरी | 3917 | 1158 |
वहीं यदि बात महिला अत्याचारों से संबंधित की जाए तो वर्ष 2020 मई माह में वर्ष 2019 मई माह की तुलना में दहेज हत्या के प्रकरणों में 5 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है. इसके साथ ही दहेज हत्या का दुष्प्रेरण प्रकरण में 7 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है. महिलाओं से छेड़छाड़ के प्रकरणों में, महिला उत्पीड़न के प्रकरणों में और अपहरण के प्रकरणों में भारी कमी दर्ज की गई है.