जयपुर. वर्ष 2020 कोरोना के चलते अपराध के आंकड़ों की दृष्टि से राजस्थान पुलिस (Rajashtan Police) और प्रदेश के लिए काफी अच्छा साबित हुआ. इस दौरान वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2020 में दर्ज हुए आईपीसी के प्रकरणों में 2131 प्रकरणों की कमी दर्ज की गई. वहीं, इस दौरान हत्या, लूट, डकैती और बलात्कार के प्रकरणों में भी भारी गिरावट देखने को मिली. जबकि वर्ष 2021 में एक बार फिर से अपराध के आंकड़ों में काफी बढ़ोतरी देखी जा रही है.
वर्ष 2020 की तुलना में वर्ष 2021 के शुरुआती 5 महीनों में आईपीसी के 13609 प्रकरण अधिक दर्ज किए गए हैं, जो कि वर्ष 2020 की तुलना में 19.60 प्रतिशत अधिक हैं. एडीजी क्राइम डॉ.रवि प्रकाश मेहरड़ा (Dr. Ravi Prakash Mehra) ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद एक बार फिर से अपराध के आंकड़ों में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है.
रवि प्रकाश ने कहा कि वर्ष 2020 में कोरोना के चलते अपराध के आंकड़ों में कमी दर्ज की गई, इसलिए यदि अपराध के आंकड़ों का तुलनात्मक अध्ययन करना हो तो फिर वर्ष 2019 और 2021 में दर्ज अपराध के आंकड़ों का अध्ययन करना उचित रहेगा. उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2021 में हत्या के मामलों में 4.45 फीसदी की वृद्धि हुई है. इसी प्रकार से हत्या के प्रयास के प्रकरणों में वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2021 में 11.10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जबकि डकैती के प्रकरणों में वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2021 में 11.43 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
वहीं, लूट के प्रकरणों में वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2021 में 3.57 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इसी प्रकार से दुष्कर्म के प्रकरणों में वर्ष 2000 19 की तुलना में वर्ष 2021 में 7.09 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है. हालांकि, वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2020 में दर्ज आईपीसी के प्रकरणों में 2.50 फीसदी की कमी दर्ज की गई है.