जयपुर. केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ कांग्रेस के बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी भी सड़कों पर उतरने की तैयारी में है. पहले तो 21 जुलाई को किसानों के साथ हुए समझौते को लेकर राजस्थान में 4 घंटे का चक्का जाम किया जाएगा. इसके बाद एक से 15 अगस्त तक पार्टी गांव-गांव, ढाणी-ढाणी में जाकर केंद्र सरकार की रीति और नीतियों के खिलाफ आम लोगों को जागरूक करेंगी. पार्टी की प्रदेश प्रभारी वृंदा करात ने कहा कि आज धर्म को हथियार बनाकर लोगों को बांटने का काम मोदी सरकार कर रही है. आम लोगों के अधिकारों की रक्षा और संविधान बचाने के लिए मार्क्सवादी पार्टी को अब जन जागरण के लिए निकलना पड़ रहा है.
संविधान बचाने के लिए चलेगा अभियान : मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी राजस्थान प्रभारी वृंदा करात ने कहा कि आज संविधान को बचाने की जरूरत है. दो मुख्य रूप से सवाल हैं. पहला युवाओं के सामने रोजगार और दूसरा महिलाओं के सामने महंगाई. मोदी सरकार की नीतियों को देखें तो मालूम होता है कि एक ओर महंगाई आसमान छू रही है, वहीं दूसरी ओर किचन के समान पर 5% जीएसटी लगा दिया. अलग-अलग वस्तुओं पर अलग-अलग तरह की जीएसटी लगाकर आम आदमी को महंगाई के बोझ तले दबाने का प्रयास किया जा रहा है. बच्चों के स्कूल सामान के ऊपर भी जिस तरीके से GST लगाया गया है, इससे साफ है कि सरकार बड़े पूंजीपतियों को लाभ देने के लिए काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि पूंजीपतियों के मुनाफे में लगातार वृद्धि हो रही है और गरीब लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं. अगर उनके खिलाफ कोई बोलता है तो उनके खिलाफ (Brinda Karat Alleged Modi Government) मुकदमे दर्ज होते हैं. पार्टी ने तय किया है कि 1 से 15 अगस्त तक देश बचाने के लिए लोगों को केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जागरूक करने के लिए गांव-ढाणी तक जन जागरण अभियान चलाया जाएगा. इसके साथ ही आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर हम अपने स्वतंत्र सेनानियों को याद करते हुए मोदी सरकार क्या हकीकत है, उसके बारे में जनता को बताएंगे.