जयपुर. स्कूली शिक्षा के बाद अब उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रम में भी कोरोना को जोड़ा जाएगा. जिससे की छात्र इस महामारी के प्रति जागरूक हों और इसके बारे में जान सकें. इसको लेकर उच्च शिक्षा मंत्री सरकार के स्तर पर चर्चा कर जल्द विश्वविद्यालयों को निर्देश देंगे. वहीं विश्वविद्यालयों में गांधी अध्ययन केंद्र और पाठ्यक्रम में महात्मा गांधी के जीवन सारांश को भी जोड़ा जाएगा.
प्रदेश के स्कूलों में इसी सत्र से विद्यार्थी कोविड-19 के बारे में पढ़ सकेंगे. राज्य सरकार ने नो बैग डे के दिन कोरोना से जुड़ी जानकारी छात्रों को पढ़ाए जाने के निर्देश दिए हैं. वहीं स्कूली पाठ्यक्रम में भी कोरोना को शामिल करने की तैयारी शुरू कर दी है. छात्रों के कक्षा स्तर के हिसाब से कोरोना को लेकर पाठ्यक्रम सामग्री तैयार की जाएगी. वहीं स्कूली शिक्षा के बाद अब उच्च शिक्षा में भी वैश्विक महामारी कोरोना को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा. इस संबंध में उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना की परिस्थितियां और परिणाम सभी ने अनुभव किए हैं. निश्चित रूप से कोरोना के इस काल को हमेशा याद रखा जाएगा. भविष्य में भी छात्र इसे जान सकें ऐसे में राजस्थान के सभी विश्वविद्यालयों में कोरोना को पाठ्यक्रम में शामिल करने के निर्देश दिए जाएंगे.