जयपुर. रीट परीक्षा अनियमितता मामले की सीबीआई जांच की मांग अब भाजपा ने तेज कर दी है. भाजपा नेताओं ने मांग के समर्थन में (BJP Protest for CBI Investigation in REET Paper Leak Case) मंगलवार को जहां मुख्यमंत्री आवास के घेराव और पैदल मार्च किया था. वहीं, बुधवार को प्रदेश भर के जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया. जयपुर में गांधी सर्किल पर यह धरना दिया गया, जिसमें नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और उप नेता राजेंद्र राठौड़ के साथ ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी सहित भाजपा के दिग्गज नेता शामिल हुए.
जयपुर शहर भाजपा अध्यक्ष राघव शर्मा के नेतृत्व में दिए गए इस धरने में बड़ी संख्या में भाजपा के नेता और मोर्चा के पदाधिकारियों समेत कई कार्यकर्ता शामिल हुए. इस दौरान प्रदर्शनकारी भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और रीट परीक्षा अनियमितता मामले में सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी का (Arun Chaturvedi Target Gehlot Government) आरोप था कि जिस प्रकार से एसओजी ने 35 लोगों को गिरफ्तार किया और कई खुलासे किए, उसके बाद यह साफ हो चुका है कि इस प्रकरण में सरकार के मंत्री से लेकर बड़े नेता तक शामिल थे.
रीट परीक्षा अनियमितता मामले में भाजपा का धरना... इस प्रकरण की सीबीआई जांच होगी तभी असली आरोपी सामने आ पाएंगे. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि खुद राजीव गांधी स्टडी सर्किल से जुड़े पदाधिकारियों को जयपुर में रीट परीक्षा पेपर की निगरानी का काम सौंपा गया और वही एसओजी की पकड़ में आए. जिससे यह साफ है कि इस पूरे प्रकरण में सरकार का भी संरक्षण था.
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धरने में यह नेता हुए शामिल : गांधी सर्किल पर दिए धरने में गुलाबचंद कटारिया, राजेंद्र राठौड़ और अरुण चतुर्वेदी के साथ ही जयपुर शहर अध्यक्ष राघव शर्मा, विधायक रामलाल शर्मा, निर्मल कुमावत, उपमहापौर पुनीत कर्नावट, युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा महिला मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष जय श्री गर्ग, शहर मंत्री अजय पारीक शामिल हुए. इसी प्रकार युवा मोर्चा पदाधिकारी सुमित अग्रवाल समेत बड़ी संख्या में भाजपा के पार्षद और पूर्व पार्षद मौजूद रहे. हालांकि, जयपुर से ही आने वाले भाजपा के कुछ मौजूदा विधायक और पूर्व विधायक इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए.
अजमेर में तीसरे दिन भी प्रदर्शन : रीट परीक्षा पेपरलीक प्रकरण को लेकर अजमेर में लगातार तीसरे दिन विरोध-प्रदर्शन जारी रहा. अजमेर शहर भाजपा की ओर से इंडिया मोटर चौराहे पर विरोध-प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में शामिल भाजपा नेताओं ने प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की. साथ ही गहलोत के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि जब तक मांग पूरी नही हो जाती यह लड़ाई सड़क से सदन तक जारी रखी जाएगी.
शहर भाजपा अध्यक्ष प्रियशील हाड़ा ने कहा कि जयपुर में भाजयुमो कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया मुख्यमंत्री आवास के बाहर विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे. तब उन पर बर्बरता पूर्वक लाठियां बरसाई गई. भाजपा इसका विरोध करती है. हाड़ा ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि रीट परीक्षा 2021 में लाखों अभ्यर्थियों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है. परीक्षा को रद्द कर नए सिरे से परीक्षा का आयोजन किया जाना चाहिए ताकि मेहनत करने वाले अभ्यर्थियों को इंसाफ मिल सके.
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पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि पर्चालीक प्रकरण में मंत्री सुभाष गर्ग का भी नाम आ रहा है. सुभाष गर्ग को मंत्री पद से (Devnani Demanded Removal of Minister Subhash Garg) हटाना चाहिए. प्रकरण के तार सीएमओ से जुड़े हैं. एसओजी की जांच में स्पष्ट हो गया है कि जिस कलकत्ता की कंपनी को प्रश्न पत्र छपवाने का ठेका दिया गया था वह कई बार सचिवालय में आया है और अधिकारियों एवं मंत्रियों से मिला है. देवनानी ने कहा कि इस पूरे प्रकरण की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए सीएम अशोक गहलोत को इस्तीफा देना चाहिए.
अलवर में भी हंगामा...
जयपुर के बाद अलवर में बुधवार को भाजपा ने अलवर कलेक्ट्रेट पर जमकर हंगामा किया. कलेक्ट्रेट के गेट पर लगी बैरिकेडिंग तोड़कर भाजपा कार्यकर्ता, विधायक व नेता कलेक्ट्रेट परिसर में घुस गए. इस दौरान भारी पुलिस बल मौजूद रहा, लेकिन पुलिस भी भाजपा कार्यकर्ताओं को अंदर घुसने से नहीं रोक पाई. करीब एक घंटे तक भाजपा कार्यकर्ताओं व नेताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में जमकर हंगामा किया. गहलोत सरकार के खिलाफ नारे लगाए.
भाजपा के नेताओं ने कहा कि जयपुर में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने मंत्रियों के इशारे पर भाजपा के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया. यह सरकार पूरी तरह से फेल है. प्रदेश में कानून-व्यवस्था के हालात खराब है. अलवर में हुई बालिका के साथ घटना के मामले में अभी तक आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए हैं. पुलिस इस पूरे मामले को हादसे का रूप देने में लगी है. भाजपा नेताओं ने कहा कि रीट परीक्षा में कांग्रेस के मंत्री व नेताओं ने पेपर आउट करवाया. सरकार इसलिए इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने से बच रही है.