जयपुर. सीएम गहलोत ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंस (VC) के माध्यम से (Corona Review Meeting in Jaipur) कोविड समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि आमजन ओमिक्रॉन वेरिएंट को गंभीरता से लें और किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतें. आमजन आवश्यक रूप से मास्क पहनें और भीड़भाड़ से बचें.
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कुछ दिनों तक अभियान चलाकर आमजन को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जागरूक किया जाए. बाद में प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर सख्ती बरतें. साथ ही चिकित्सा विभाग चिन्हित जगहों पर आरटी-पीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाए, जिससे संक्रमित व्यक्तियों की शीघ्र पहचान हो सके.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर से बचाव के लिए जरूरी है कि निर्धारित आयु समूह का शत-प्रतिशत टीकाकरण हो. साथ ही, जिन्हें दोनों डोज लग चुकी है उन्हें बूस्टर डोज लगे. उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी बूस्टर डोज के संबंध में अपनी सहमति व्यक्त की है. ऐसे में भारत सरकार इस पर शीघ्र निर्णय लेकर देशभर में बूस्टर डोज लगाना प्रारंभ करे. गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार 60 साल से ऊपर के लोगों और फ्रंटलाइन वर्कर को बूस्टर डोज लगाने पर गंभीरता से विचार करे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर राज्य सरकार आग्रह करेगी कि पात्र व्यक्तियों को बूस्टर डोज लगे और बच्चों के लिए भी टीकाकरण शुरू किया जाए.
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गहलोत ने कहा कि सभी ने कोविड की दूसरी लहर का भयावह मंजर देखा है, जिसमें ऑक्सीजन और बेड को लेकर गंभीर संकट पैदा हो गया था. ब्लैक फंगस के सैंकड़ों मरीज सामने आए थे. ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण (Omicron Cases in Rajasthan) विशेषज्ञ लगातार इस ओर इशारा कर रहे हैं कि तीसरी लहर से बचाव की सभी पूर्व तैयारियां की जाए. मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे वैक्सीनेशन आवश्यक रूप से कराएं, क्योंकि यही कोविड संक्रमण से बचाव का कारगर उपाय है.