जयपुर. गले के कैंसर पीड़ित मरीजों को कोरोना संक्रमण का ज्यादा खतरा है. कोविड में अगर गले में इंफेक्शन होता है, तो इन परिस्थितियों में गले के कैंसर से ग्रस्त मरीजों के लिए ज्यादा समस्या खड़ी हो सकती है. संक्रमण से बचने के लिए कैंसर मरीज क्या सावधानी बरत सकते हैं और किस तरह बीमारी से लड़ने के लिए थ्रोट कैंसर के मरीजों को सावधानी बरतनी चाहिए. इसको लेकर भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल के कैंसर रोग विशेषज्ञ व वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. संजय गूगलिया से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.
डॉ. संजय गूगलिया ने बताया कि कैंसर रोगियों का इम्युनिटी सिस्टम काफी कमजोर होता है. कैंसर की वजह से मरीजों में काफी वीकनेस रहती है. ऐसे में कैंसर मरीजों के लिए घातक संक्रमण होने की संभावना बनी रहती है. अभी जिस तेजी के साथ कोरोना का संक्रमण फैल रहा है. उसको देखते हुए कैंसर मरीजों के लिए ज्यादा घातक संभावनाएं हैं.
कैंसर मरीज कोविड इंफेक्शन के लिए बहुत ही ससेक्टेबल होते हैं. कैंसर मरीजों में होने वाला कोरोना संक्रमण विकराल होता है. कैंसर मरीजों में कोरोना लंस को जल्दी संक्रमित करता है और काफी तेजी से फैलता है. कैंसर मरीज और अन्य रोगियों के लिए सबसे ज्यादा एहतियात बरतना जरूरी है. सबसे पहले कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखें. मास्क लगाए और सैनिटाइजर का उपयोग करें. इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग की भी पालना करें. इन सभी बातों का सभी लोगों को पालन करना अनिवार्य है. वैक्सीन का प्रयोग करके कोरोना से होने वाले घातक प्रभावों को कम कर सकते हैं. कैंसर रोगियों को प्राथमिकता के साथ वैक्सीनेशन करवा लेना चाहिए. इसके साथ ही कैंसर मरीजों को चाहिए कि वह पब्लिक प्लेस से डिस्टेंसिंग बनाए रखें. अपने फेस को पूरी तरह से कवर करके रखें. यह सभी बातें महत्वपूर्ण हैं.
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