जयपुर.देश और प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. क्या आम और क्या खास, हर कोई लगातार इसकी जद में आ रहा है. लेकिन सियासतदारों पर पीएम और सीएम की कोरोना एडवाइजरी की पालना से जुड़ी अपील का कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. गुरुवार को पीएम मोदी के बर्थडे सेलिब्रेशन के तहत हुए भाजपा मुख्यालय में हुए आयोजनों में सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ी.
भाजपा मुख्यालय में उड़ी कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां दरअसल, गुरुवार को मोदी के जन्म दिवस के मौके पर भाजपा मुख्यालय में सुबह फल वितरण का कार्यक्रम हुआ. साथ ही शाम को मोदी की जीवन यात्रा से जुड़े चित्रों की प्रदर्शनी लगाई गई. कार्यक्रम सेवा सप्ताह के तहत किए गए, लेकिन आयोजन सियासी दल भाजपा की ओर से किया गया था. लिहाजा कार्यक्रम में कार्यकर्ता और नेताओं की भीड़ उमड़ पड़ी.
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इस दौरान चाहे फल वितरण का कार्यक्रम हो या चित्र प्रदर्शनी का, भाजपा नेता, कार्यकर्ता और महिलाओं की भीड़ उमड़ी भी और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई. आलम ये रहा कि चित्र प्रदर्शनी में महिला कार्यकर्ता झुंड के रूप में खुद का फोटो सेशन करने में व्यस्त थीं, तो अन्य कार्यकर्ता वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया और संगठन महामंत्री चंद्रशेखर के इर्द-गिर्द लवाजमे के रूप में चल रहे थे.
बता दें, सब कुछ सबके सामने हो रहा था, लेकिन ना तो कटारिया ने किसी को टोका और ना ही संगठन महामंत्री या अन्य पदाधिकारियों ने इसकी जहमत उठाई. हालांकि जब इस बारे में कटारिया से पूछा गया तो बोले कोरोना से बचना है तो 'मुंह पर मास्क' 'आपस में दूरी' और 'बार-बार हाथ धोने की आदत' होना बेहद जरूरी है. फिर चाहे कार्यक्रम राजनीतिक ही क्यों ना हो.
खैर यह स्थिति तो तब है जब प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया और प्रतिपक्ष के उपनेता सहित पार्टी के राजस्थान से आने वाले तीनों केंद्रीय मंत्री और कई विधायक और सांसद कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. हाल ही में सतीश पूनिया ने सप्ताह में 2 दिन और राजेंद्र राठौड़ भी 15 दिन के पूर्ण रूप से लॉकडाउन की मांग भी प्रदेश सरकार से की थी. लेकिन भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं को शायद इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है.