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SPECIAL: कोरोना ने राजस्थान की जेलों में मचाया हाहाकार, आंकड़ा 1 हजार पार

पूरे देशभर में कोरोना का कहर जारी है. जेलों में बंद कैदी भी इससे अछूते नहीं हैं. राजस्थान के तमाम सेंट्रल और डिस्ट्रिक जेलों के कैदी और स्टाफ कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इसके साथ ही कई जेल अधीक्षक भी पॉजिटिव पाए गए हैं. अब तक राजस्थान की विभिन्न जेलों में कुल 1,080 लोग संक्रमित मिल चुके हैं. जेलों में कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए जेल प्रशासन द्वारा तमाम जतन किए जा रहे हैं. इस मुद्दे पर ईटीवी भारत ने डीजी जेल बीएल सोनी ने खास बात की.

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Published : Sep 7, 2020, 10:02 AM IST

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कोरोना ने राजस्थान की जेल में मचाया हाहाकार

जयपुर.राजस्थान में लगातार बढ़ता कोरोना का कहर प्रदेश की तमाम सेंट्रल और जिला जेल में बंद कैदियों और जेल में कार्यरत स्टाफ के लिए भी एक बड़ा सिरदर्द साबित हो रहा है. प्रदेश की विभिन्न जेल में कैदियों और स्टाफ का कोरोना संक्रमित मिलने का सिलसिला लगातार जारी है. वहीं जेल प्रशासन द्वारा भी कोरोना से लड़ने के तमाम जतन किए जा रहे हैं. वर्तमान में जेल प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती जेल में क्षमता से ज्यादा कैदियों की मौजूदगी है. जिसके चलते जेल में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाना बिल्कुल भी मुमकिन नहीं है. प्रदेश के जिस भी जेल में कोरोना के ज्यादा मामला सामने आ रहे हैं, उस जेल को कोविड केयर जेल में तब्दील कर दिया जा रहा है. इस मुद्दे पर ईटीवी भारत ने डीजी जेल बीएल सोनी ने खास बात की.

कोरोना ने राजस्थान की जेल में मचाया हाहाकार

बीएल सोनी बताते हैं कि प्रदेश में सबसे पहले जयपुर सेंट्रल जेल में कोरोना के सर्वाधिक 158 केस सामने आए. ऐसे में जेल प्रशासन द्वारा बिल्कुल भी ढिलाई नहीं बरती गई और जेल के चिकित्सकों और जिला प्रशासन द्वारा दिन-रात कड़ी मेहनत की गई. कोरोना संक्रमित कैदियों और स्टाफ की बेहतर देखभाल की गई. जिसके चलते कोरोना से संक्रमित हुए तमाम 158 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई और सभी लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो गए.

बड़ी संख्या में हुए संक्रमित, तो रिकवरी भी हुई तेज

डीजी जेल बीएल सोनी ने बताया कि अब तक राजस्थान की विभिन्न जेलों में कुल 1,080 लोग संक्रमित हो चुके हैं. जिसमें बड़ी तादाद कैदियों की है तो वहीं कुछ जेल कर्मचारी और अधिकारी भी इसमें शामिल हैं. खुद डीजी जेल बीएल सोनी भी कोरोना के प्रकोप से नहीं बच पाए और वह भी संक्रमित हो गए. हालांकि बेहतर इलाज और तमाम व्यवस्थाओं के सुव्यवस्थित होने के चलते 800 से ज्यादा कैदी स्वस्थ हो गए और उनकी कोरोना रिपोर्ट भी नेगेटिव प्राप्त हुई.

डीजी जेल बीएल सोनी

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वर्तमान में पूरे प्रदेश में विभिन्न जेल में 195 कैदी कोरोना संक्रमित हैं. 195 संक्रमित कैदियों में से 125 अजमेर सेंट्रल जेल में, 30 बाड़मेर जेल में और कुछ अन्य जेल में मौजूद हैं. मुख्य रूप से जो केस सामने आए हैं, वह जयपुर, प्रतापगढ़, कोटा, भरतपुर, अजमेर और बाड़मेर जेल में सामने आए हैं.

आइसोलेशन वार्ड में रखे जाते हैं नए कैदी

डीजी जेल बीएल सोनी ने बताया कि जेल में कोरोना के केस सामने आने के बाद सभी जेल में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं. जब भी पुलिस द्वारा किसी कैदी को जेल में लाया जाता है, तो उसे सबसे पहले आइसोलेशन वार्ड में स्वास्थ्य कर्मियों की निगरानी में रखा जाता. इसके साथ ही जिन जेल में कोरोना के ज्यादा केस सामने आते हैं, वहां पर टेंपररी कोविड केयर सेंटर भी जिला प्रशासन के सहयोग से बनाया जाता है.

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प्रदेश में अजमेर, बाड़मेर, प्रतापगढ़ और जयपुर सेंट्रल जेल में कोविड केयर सेंटर का संचालन किया जा रहा है. जिसमें कैदियों का बेहतर इलाज किया जा रहा है और इसके साथ ही उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए तमाम कोशिश किए जा रहे हैं.

कैदियों में बढ़ रहा संक्रमण का खतरा

कैदियों को पिलाया जा रहा काढ़ा और दी जा रही स्पेशल डाइट

प्रदेश के तमाम जेल में बंद कैदियों की इम्युनिटी पावर को बूस्ट करने के लिए उन्हें काढ़ा पिलाया जा रहा है और इसके साथ ही विटामिन सी और अन्य आवश्यक सामग्री दी जा रही है. कैदियों की डाइट में भी परिवर्तन किया गया है. कैदियों को अंडे, अनेक फल, दूध और अन्य आवश्यक पोषण युक्त खाद्य सामग्री खाने को दिए जा रहे हैं. साथ ही कोरोना संक्रमित कैदियों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है और उनके स्वास्थ्य का लगातार परीक्षण किया जा रहा है.

संक्रमित कैदियों का ऑक्सीजन लेवल लगातार जांचा जा रहा है और ऑक्सीजन लेवल अधिक होने पर उन्हें अस्पताल में भी भर्ती करवाया जा रहा है. हालांकि जेल में मिल रहे बेहतर इलाज के चलते अब तक किसी भी कैदी की स्थिति ज्यादा खराब नहीं हुई और ना ही किसी को आईसीयू में भर्ती करवाया गया है.

प्रदेश की जेलों में 20 हजार की क्षमता वर्तमान में 22 हजार कैदी बंद

वर्तमान में जेल प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती जेल में कैदियों के बीच में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाने को लेकर है. प्रदेश की तमाम जेलों में 20 हजार कैदियों को रखने की क्षमता है, लेकिन वर्तमान में क्षमता से अधिक कैदी जेल में बंद हैं.

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कोरोना के चलते प्रदेश में न्यायालयों का संचालन भी पूरी तरह से नहीं हो पा रहा है. जिसके चलते कैदियों की जमानत पर छूटने की प्रक्रिया काफी धीमी चल रही है. वहीं पुलिस द्वारा की जा रही गिरफ्तारी पहले की तरह ही चल रही है.

जेल में कैदियों के आने का सिलसिला लगातार जारी है. जिसके कारण वर्तमान में प्रदेश की विभिन्न जेल में 22 हजार कैदी बंद हैं. अगर जेल प्रशासन द्वारा कैदियों के बीच में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाई जाए, तो कैदियों की संख्या 12,500 के करीब होनी चाहिए.

राजस्थान में कैदियों सहित 1080 जेल स्टाफ संक्रमित

उम्र दराज कैदियों पर रखी जा रही विशेष नजर

डीजी जेल बीएल सोनी ने बताया कि प्रदेश की तमाम जेलों में बंद उम्रदराज कैदियों के स्वास्थ्य पर विशेष निगरानी रखी जा रही है. ऐसे कैदियों की मेडिकल प्रोफाइल बनाई जा रही है और इसके साथ ही उनकी मेडिकल हिस्ट्री भी देखी जा रही है. अगर वह किसी अन्य बीमारी से ग्रसित हैं, तो उन्हें अन्य कैदियों से बिल्कुल अलग रखा जा रहा है.

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जेल में लगातार कैदियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है और जो नए कैदी जेल में आ रहे हैं, उनके संपर्क में भी नहीं आने दिया जा रहा है. नए कैदियों के साथ उम्रदराज कैदियों का मिक्सअप नहीं किया जाता है, ताकि उम्रदराज कैदियों को किसी तरह की कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े.

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