जयपुर. राजस्थान में ब्यूरोक्रेसी को लेकर मुख्यमंत्री के सलाहकार और विधायक दानिश अबरार की नाराजगी का मुद्दा अब तूल पकड़ रहा है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने (Gulab Chand Kataria on Gehlot Government) इस मामले में कहा कि अब जब सत्तारूढ़ दल के विधायक और खुद मुख्यमंत्री के सलाहकार ही ब्यूरोक्रेट्स की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं तो इस बात को समझ जाना चाहिए कि प्रदेश में जनप्रतिनिधियों की सुनवाई नहीं हो रही.
कटारिया ने कहा कि खुद मुख्यमंत्री विभागों में भ्रष्टाचार की बात को स्वीकार कर चुके हैं और अब उनके ही विधायक ब्यूरोक्रेट्स पर (BJP on Danish Abrar Statement) जनप्रतिनिधियों की अनदेखी का आरोप लगाकर सरकारी समारोह में ही काले झंडे दिखाने का ऐलान कर रहे हैं. इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण बात कुछ हो ही नहीं सकती.
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वहीं, इस मामले में विपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने भी एक ट्वीट कर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री पर (Rajendra Rathore Targeted CM Gehlot) निशाना साधा है. राठौड़ ने कहा कि अपनी सरकार के कार्यक्रम का विरोध करने वाले विधायक दानिश अबरार के विरोध का स्वर का संक्रमण कहीं अन्य सलाहकारों में न फैल जाए.