जयपुर. शहर में कोरोना संक्रमण का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए गंभीर है, लेकिन जिला प्रशासन और पुलिस के बीच लगातार खींचतान चल रही है. इसके कारण कंटेनमेंट जोन भी घोषित नहीं हो पा रहे थे. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद जयपुर संभागीय आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने गुरुवार को पुलिस, जिला प्रशासन और चिकित्सा अधिकारियों की एक बैठक ली.
बैठक में तय किया गया कि इंसिडेंट कमांडर कंटेनमेंट जोन घोषित करेंगे. वहां नियमों की सख्ती से पालना करवाई जाएगी. मीटिंग में तय किया गया कि कंटेनमेंट जोन वहीं बनेगा जहां एक साथ 10 से ज्यादा पॉजिटिव केस मिलेंगे. जयपुर शहर में 600 से 700 कोरोना संक्रमित मरीज लगातार सामने आ रहे हैं, इसके बावजूद भी जिला प्रशासन लापरवाही बरत रहा है.
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जयपुर जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए 15 इंसीडेंट कमांडर लगाए हुए हैं, लेकिन चुनाव ड्यूटी में व्यस्त होने के चलते कोरोना संक्रमण पर ध्यान नहीं दे पा रहे थे और ना ही अधिक मरीज आने पर कंटेनमेंट जोन घोषित किया जा रहा था. नवनियुक्त संभागीय आयुक्त समित शर्मा ने पुलिस, जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग और नगर निगम के अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक ली.
बैठक में पुलिस कमिश्नर आनन्द श्रीवास्तव भी मौजूद रहे. उन्होंने अधिकारियों को कहा कि समझाइश काफी हो चुकी है अब चालान काटने पर ज्यादा फोकस करें. उन्होंने होम आइसोलेशन के मरीजों की सख्ती से निगरानी करने के निर्देश भी दिए. संभागीय आयुक्त समित शर्मा ने कहा कि बैठक में उन उपायों पर चर्चा की गई जिनसे कोरोना संक्रमण और अधिक नहीं फैले. जयपुर में पॉजिटिव मरीजों की संख्या न बढ़े और कम से कम अस्पतालों में मरीज भर्ती हो, इसके लिए उपाय किए जाएंगे. भर्ती मरीजों को सही इलाज उपलब्ध करवाया जाएगा.
समित शर्मा ने कहा कि जहां पॉजिटिव मरीज ज्यादा संख्या में आ रहे हैं, वहां इंसिडेंट कमांडर ही कंटेनमेंट जोन की घोषणा करेंगे और कंटेनमेंट जोन में कोविड-19 के नियमों की सख्ती से पालना करवाई जाएगी ताकि सामान्य लोगों को कोरोना न फैले.