जयपुर.देश भर में संविधान दिवस 26 नवंबर को मनाया जाएगा, इसको लेकर सभी राज्यों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं. इसी कड़ी में 26 नवंबर को राज्य स्तरीय कार्यक्रम के साथ विधानसभा सत्र में संविधान दिवस कार्यक्रमों का शुभारंभ होगा. इसको लेकर लोकसभा में इस बार सभी प्रदेशों को 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने के लिए विधानसभा सत्र आहूत करने को कहा गया है.
बता दें कि इसकी पालना में 26 नवंबर से राज्य सरकार शीतकालीन सत्र आहूत करने की तैयारी में है. हालांकि अभी इसको लेकर आधिकारिक घोषणा बाकी है. लेकिन, जिस तरीके से पिछले दिनों कैबिनेट्स सचिव ने बैठककर सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को निर्देश दिए थे कि वह 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाएं. इसको लेकर 14 अप्रैल तक अलग-अलग तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएं. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि 3 से 5 दिन का शीतकालीन सत्र बुलाया जा सकता है. इस दौरान 26 नवंबर को विधानसभा सत्र में संविधान दिवस समारोह के रूप में आयोजित किया जाएगा.
बता दें कि 26 नवंबर 1949 को भारत गणराज्य का संविधान बनकर तैयार हुआ था. संविधान सभा की निर्मात्री समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर को याद करने के लिए केंद्र ने 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाने का फैसला किया है. इसकी पालना में संविधान दिवस पर लोकसभा के साथ राज्यों की विधानसभा सत्र को भी बुलाने को कहा गया है. 26 नवंबर से शुरू होने वाले देश भर के कार्यक्रम 14 अप्रैल यानि भीमराव अंबेडकर की जयंती पर आयोजित किए जाएंगे.