जयपुर. राजस्थान में शुक्रवार से विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है. इससे पहले विधानसभा सत्र के लिए कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियां रणनीति बनाने में जुटी हैं. गुरुवार को कांग्रेस के भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह का निलंबन खत्म किया गया है. कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अनिवाश पांडे ने इसकी घोषणा की है.
राजस्थान में चल रहे सियासी महासंग्राम के बीच एक समय वह था जब कांग्रेस पार्टी की ओर से अपने ही विधायकों और मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही थी. पूर्व उप मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट सहित मंत्री रमेश मीणा और मंत्री विश्वेंद्र सिंह को उनके पदों से तुरंत प्रभाव से हटाया गया था.
पढ़ें-LIVE : गहलोत सरकार के खिलाफ भाजपा लाएगी अविश्वास प्रस्ताव, विधायक दल की बैठक में निर्णय
वहीं, विधायक खरीद-फरोख्त के आरोपों के ऑडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भंवरलाल शर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया था. 17 जुलाई को दोनों विधायकों को कथित ऑडियो वायरल होने पर कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया गया था.
राजस्थान के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने गुरुवार को दोनों का निलंबन वापस लेते हुए कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता को बहाल कर दिया है. अविनाश पांडे ने इसकी जानकारी ट्वीट करते हुए दी है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है.
अविश्वास प्रस्ताव लाने का निर्णय
वहीं, बीजेपी विधायक दल की बैठक दो बार टलने के बाद गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में केंद्रीय नेताओं की अगुवाई में बैठक हुई. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, राजस्थान प्रभारी अविनाश राय खन्ना के साथ पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी मौजूद रहीं. बैठक में विधानसभा सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाने का निर्णय लिया गया है.