भोपाल/जयपुर. मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में मंगलवार को प्रचार के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ शिवपुरी जिले की पोहरी विधानसभा क्षेत्र के सतनवाड़ा में पहुंचे, कांग्रेस नेता राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और आचार्य प्रमोद कृष्णन ने चुनावी सभा को संबोधित कर बीजेपी पर तीखा हमला बोला. सचिन पायलट ने कहा कि पौने दो साल पहले मध्य प्रदेश में भाजपा को विदाई देकर जनता ने कांग्रेस को चुना, लेकिन अब उपचुनाव क्यों हो रहे हैं, यह सभी भली-भांति जानते हैं.
सिंधिया के खिलाफ चुनावी सभा में केन्द्र पर बरसे पायलट पायलट ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसते हुए कहा कि वह भाषण देने में कम नहीं हैं, लेकिन सत्ता में रहते आपकी सोच क्या है, आपके नारे क्या थे, और काम क्या किया, यह भी जनता भली भांति जानती है. सचिन पायलट ने कहा कि यह वही बीजेपी है, जो कहती थी सत्ता में आने पर किसान की आय दोगुनी कर देंगे, हर व्यक्ति के खाते में 15 लाख रुपए आएंगे, लेकिन हुआ क्या, सत्ता में आने के बाद किसानों की आय दोगुनी करने की बात छोड़ो, 2014 में सत्ता में आते ही जो भूमि अधिग्रहण कानून मनमोहन सरकार लेकर आई थी. उस कानून को अध्यादेश लाकर 5 बार निरस्त करने का प्रयास किया. ताकि उद्योगपति किसानों को मुआवजा न दें, सरकार दलाली करें, ओने पौने दामों में किसानों की जमीनें हथिया ली जाएं.
कृषि बिल और आरक्षण के मुद्दे पर बीजेपी को लिया आड़े हाथ
सचिन पायलट ने नए कृषि बिल पर भी केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि आज जब कोरोना काल में अर्थव्यवस्था चौपट हो रही है. ऐसे समय बिना किसी से पूछे बिना किसी से सलाह लिए, बीजेपी ने समर्थन मूल्य को समाप्त करने की ठान ली है. कृषि कानून में जो संशोधन उन्होंने किया है, वह किसानों पर घातक प्रहार है. मंडी बंद, मजदूरी बंद, आगे समर्थन मूल्य भी बंद हो जाएगा. उन्होंने कृषि कानून को किसान विरोधी बताते हुए केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की.
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RSS पर आरक्षण को लेकर साधा निशाना
पायलट ने आरक्षण के मुद्दे पर आरएसएस को भी इशारे-इशारों में निशाने पर लिया, और कहा कि देश में गरीब, पिछड़ा, कुचला वर्ग है, उसके लिए आरक्षण का जो प्रावधान बाबा साहब अंबेडकर ने संविधान में किया था. उसे कितनी बार यह लोग चुनौती दे चुके हैं. देश में 2 अप्रैल को जो घटना घटी थी, वह घटना एक सोच का प्रतीक थी कि इस संविधान व संसद के बाहर ऐसी ताकतें हैं जो गरीब से उसका अधिकार छीनने की ताकत रखती हैं और यह ताकत नागपुर से आती है, जो सरकार को कठपुतली बनाकर चलाने का काम करती है. उनका इशारा सीधे सीधे संघ मुख्यालय पर था. सचिन पायलट ने कहा कि ऐसी ही सोच की सरकार मध्य प्रदेश में पिछले दरवाजे से सत्ता में आ गई है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की खूबसूरती यही है कि कोई कितना भी पैसा कमा लें, कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो जाए, लेकिन उसे जनता के सामने शीष झुकाना ही होता है.
''किस विचारधारा को आपको चुनना है यह तय करना होगा''
सचिन ने सभा को संबोधित करते हुए सतनवाड़ा में कहा कि देश में अमीर और गरीब दो ही जातियां हैं तीसरी कोई जाति नहीं है. कौन किसकी कोख से जन्म लेता है, इस पर उसका अधिकार नहीं है लेकिन हमारी सोच क्या है, हमारी प्रवृत्ति क्या है, हम करते क्या हैं, इस पर तो हमारा अधिकार है. किसान की कोई जाति नहीं होती जो हल लेकर खेत जोतता हैं वहीं किसान हैं. आपके सामने दो विचारधाराएं हैं, एक वह कांग्रेस जिसने सवा सौ साल से आजादी के पहले से गरीब और कमजोर तबके के लिए संघर्ष किया है, किस विचारधारा को आपको चुनना है यह तय करना होगा.
बीजेपी से नाता तोड़ रहे सहयोगी दल
सचिन ने कहा कि हमारे राजस्थान को ही देखो, सबको साथ लेकर चलना हमें आता है, गलती हम से भी हो सकती है, लेकिन हम संवाद करना जानते हैं, संशोधन करना जानते हैं, तोड़ देना, आपस में झगड़ा कराना, अरबों खरबों रुपए खर्च करके सत्ता किसी भी कीमत में हासिल कर लेना यह सब भाजपा की रीति नीति है. आपको किस विचारधारा का साथ देना है यह आपको तय करना है. उन्होंने कहा कि भाजपा को उसके नेता और सहयोगी दल छोड़ छोड़कर जा रहे हैं. शिव सेना चली गई, अकाली दल भी चला गया दमन की राजनीति वहां हो रही है, आक्रमण की राजनीति हो रही है, एकाध दल और रह गया है वह भी साथ छोड़ देगा. दमन की यह नीति आज का युवा पसंद नहीं करता.
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सचिन पायलट ने पोहरी विधानसभा क्षेत्र के सतनवाड़ा में कांग्रेस प्रत्याशी हरीवल्लभ शुक्ला के लिए जनता से वोट देने की अपील की. सचिन पायलट ने जनता के नारेबाजी के बीच कहा कि वह पिछले 20 साल से भाषण दे रहे हैं, राजनीति कर रहे हैं ऐसे नारों से वह संतुष्ट नहीं होने वाले इसलिए हाथ उठाकर बोलिए और आश्वासन दीजिए कि कांग्रेस को ही आप अपना समर्थन देंगे, इस पर लोगों ने हाथ उठाकर उन्हें कांग्रेस के पक्ष में मतदान का भरोसा दिलाया. सचिन पायलट ने कहा कि यह चुनाव भले ही 3 साल का हो रहा है, लेकिन यह प्रदेश की दिशा तय करने वाला चुनाव है.
कृषि कानूनों में संशोधन कर किसानों पर प्रहार-सचिन पायलट
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने केंद्र सरकार के कृषि संशोधन कानूनों को किसानों पर घातक प्रहार बताया है. मध्यप्रदेश में होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव में प्रचार करने आए पूर्व केंदीय मंत्री पायलट ने मंगलवार को मौजूदा केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना की और कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने कृषि कानूनों में जो संशोधन किया है, वह किसानों के ऊपर घातक प्रहार है. मंडी बंद, हाट बंद, मजदूरी बंद और समर्थन मूल्य बंद हो जाएगा, तो यह किसानों के लिए घातक साबित होगा.
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने शिवपुरी जिले की पोहरी और करैरा विधानसभा क्षेत्रों में जनसभाओं को संबोधित किया और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मप्र में शिवराज सरकार पिछले दरवाजे से सरकार में आ गई है, लेकिन लोकतंत्र में सबसे बड़ी ताकत जनता होती है और उसी के पास नेताओं को वोट मांगने के लिए आना पड़ता है, इसलिए इस विधानसभा उपचुनाव में जनता सोच-समझकर निर्णय करें, और देश को बांटने वाली ताकतों को परास्त करें. उन्होंने कांग्रेस के पक्ष में वोट देने की अपील करते हुए कहा कि यही पार्टी है, जो देश की आजादी के पहले से जनहित व देशहित में काम कर रही है.