जयपुर. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी राजस्थान की ओर से शुक्रवार सुबह 10 बजे से छात्र हितों में ऑनलाइन कैंपेन 'स्पीक अप फॉर स्टूडेंट' चलाया गया. इस ऑनलाइन अभियान के जरिए कांग्रेस पार्टी ने कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए परीक्षाओं को निरस्त कराने और विद्यार्थियों के पिछले प्रदर्शन के आधार पर मूल्यांकन करने की मांग रखी है.
कांग्रेस का 'स्पीक अप फॉर द स्टूडेंट' ऑनलाइन अभियान बता दें कि यह अभियान शुक्रवार को ऑनलाइन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर और फेसबुक पर ट्रेंड करता रहा. जिसमें कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट, राज्यसभा सांसद शशि थरूर, दीपेंद्र हुड्डा और राजस्थान एनएसयूआई अध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया समेत देश-प्रदेश के बड़ी तादाद में कांग्रेसी नेताओं ने अपना मैसेज पोस्ट किया.
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राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि यूजीसी (University Grants Commission) का फाइनल परीक्षा करवाने का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है. खाचरियावास ने कहा कि कोरोना संक्रमण लगातार फैल रहा है. उत्तर प्रदेश में 5 दिन का लॉकडाउन हुआ है, दिल्ली-मुंबई के हालात खराब हैं, राजस्थान में भी कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. ऐसे में परीक्षा करवाकर युवाओं की जान दांव पर नहीं लगाई जा सकती है.
खाचरियावास ने कहा कि हम सब की डिमांड थी कि इन परीक्षाओं को निरस्त कर पूर्व मूल्यांकन के आधार पर यूजी और पीजी के स्टूडेंट को अगली कक्षाओं में प्रमोट किया जाए. इस मांग पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सहानुभूति दिखाई और राजस्थान में यह फैसला किया कि यूजी और पीजी के चुनाव निरस्त कर स्टूडेंट को प्रमोट किया जाए. अब यूजीसी ने इस मामले में फाइनल इयर के एग्जाम करवाने की बात कही है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
परिवहन मंत्री खाचरियावास ने कहा कि इस फैसले पर केंद्र सरकार को बड़ा दिल रखते हुए राजस्थान के फैसले को पूरे देश में लागू करना चाहिए, ताकि इस कोरोना संक्रमण में युवाओं को किसी तरीके का खतरा परीक्षा देते समय ना हो.