जयपुर. राजस्थान सरकार के 2 साल पूरे होने पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी पूरी कैबिनेट, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा और प्रदेश प्रभारी महासचिव अजय माकन समेत मीडिया में अपनी बात रखने आए. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने अपनी बात रखते हुए कांग्रेस की स्थापना दिवस 28 दिसंबर को किसान संवाद कार्यक्रम की घोषणा की.
कांग्रेस स्थापना दिवस पर कांग्रेस पार्टी राजस्थान में करेगी किसानों से संवाद डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस राजस्थान में 28 दिसंबर को कांग्रेस के स्थापना दिवस के दिन कांग्रेस का प्रत्येक कार्यकर्ता, नेता, मंत्री, विधायक जय जवान जय किसान नारा बोलते हुए किसानों के साथ प्रदेश में किसान संवाद कार्यक्रम चलाएंगे. डोटासरा ने कहा कि जब प्रदेश में सरकार बनी तो प्रदेश में अराजकता का माहौल था. किसान, युवा, शिक्षित, बेरोजगार सब में निराशा ही थी. वित्तीय कुप्रबंधन था, लेकिन जब से कांग्रेस की सरकार ने यहां पर काम शुरू किया, 17 उसके बाद में अनेक ऐतिहासिक फैसले किए गए.
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डोटासरा ने कहा कि चाहे किसानों की ऋण माफी का फैसला हो, चाहे बेरोजगारों को रोजगार और नौकरियां देने का फैसला हो, किसानों की बिजली कृषि टैरिफ नहीं बढ़ाने का फैसला हो, चाहे नौकरियां देने की बात हो सभी फैसले किए, लेकिन अचानक मार्च के महीने में कोरोना आया और हमारी सरकार को मार्च से लेकर अब तक प्रदेश के लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए दिन रात मेहनत करनी पड़ी. सबको साथ लेकर सरकार ने काम किया जनता को यह महसूस करवाया गया कि जनता की मेहनत के कारण बनी हुई सरकार जनता के लिए ही दिन हो या रात हो खड़ी है.
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के काम का ही परिणाम है कि 2 साल में कोई एजीटेशन नहीं हुआ, न ही कोई आंदोलन हुआ. चाहे गुर्जरों के आरक्षण का मामला हो या कोई अन्य मामला, हमारी सरकार ने उन्हें बेहतर तरीके से निपटाया. इसके साथ ही चाहे भूमि अधिकरण कानून हो या फिर यह तीनों कृषि बिल हो इनसे जूझने का काम भी हमने किया. इन बिलों के विरोध में कांग्रेस विधानसभा में इसे लेकर कानून पास किया, तो वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा तो मुख्यमंत्री ने वीसीआर के मामले में किसानों को रियायत दी. 2011 के बाद में जो किसान कुआं नहीं खो सकता था, उसे बिना अनुमति अपना ट्यूबवेल खोदने का फैसला किया. अब इन कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस पार्टी के तमाम नेता, मंत्री, विधायक, संगठन से जुड़े लोग, तमाम किसानों के साथ 28 दिसंबर को कांग्रेस के स्थापना दिवस पर जय जवान जय किसान नारा बोलते हुए किसानों के साथ प्रदेश में किसान संवाद कार्यक्रम चलाएंगे.
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में इस संकट के समय में मोदी सरकार के अत्याचार के खिलाफ किसानों के साथ खड़ी है और जब तक इस कानून को वापस नहीं लिया जाएगा, तब तक कांग्रेस पार्टी किसान के साथ खड़ी होकर संघर्ष करेंगे.