जयपुर/उदयपुर. उत्तर प्रदेश में लखीमपुर को लेकर सियासी उबाल अभी खत्म नहीं हुआ था कि अब प्रदेश के पीलीबंगा में दलित की हत्या मामले में प्रदेश की गहलोत सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि सोनियां गांधी और राहुल गांधी दूसरे राज्यों में राजनीति करने की बजाए अपने कांग्रेस शासित राज्य में दलितों को सुध लें.
गांधी परिवार दूसरे राज्यों में राजनीति न करे- सतीश पूनिया
पूनिया ने कहा कि देश दुनिया में राजस्थान की छवि एक शांतिपूर्ण प्रदेश की थी. अशोक गहलोत के शासनकाल में सारे मापदंड टूट गए. राजस्थान सर्वाधिक अपराध वाले राज्यों में शुमार हो गया है. हत्या, दुष्कर्म, डकैती, लूट के मामले में राजस्थान देश में पहले पायदान पर है. दुर्भाग्यपूर्ण हैं कि दलितों और वंचितों के हितैषी होने का दावा करने वाली गहलोत सरकार में बीते 1 साल में दलित अपराध में 21.9 फीसद की बढ़ोतरी हुई है.
पीलीबंगा दलित हत्याकांड को लेकर बीजेपी हमलावर पीलीबंगा में एक दलित युवक को पीट-पीटकर मार डाला गया. इससे रूह कांप जाती है. यह पहली बार नहीं है, झालरापाटन, अलवर और राजस्थान के तमाम हिस्सों में दलितों पर संगठित रूप से अपराध हो रहे हैं. उनपर हमले और हत्याएं हो रही हैं. सोनिया गांधी और राहुल गांधी को दूसरे राज्यों में राजनीति करने के बजाय राजस्थान के दलित और वंचितों की सुध लेनी चाहिए.
पढ़ें- हनुमानगढ़ में दलित युवक की हत्या पर सियासत सुर्ख..भाजपा ने कसे राहुल-प्रियंका-गहलोत पर तंज, ट्रेंड कर रहा 'जंगलराज'
सीएम घर से बाहर निकले हैं तो जनता की सुध लें- अल्का गुर्जर
बीजेपी की राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर ने प्रदेश में दलित और महिला अत्याचार के मामलों को लेकर गहलोत सरकार पर निशाना साधा. अलका गुर्जर ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास गृह विभाग का जिम्मा है. वे जनता को सुरक्षा उपलब्ध कराने में नाकाम साबित हुए. मुख्यमंत्री घर के बाहर सिर्फ चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए निकल रहे हैं. उन्हें आम जन की सुरक्षा की चिंता नहीं है. मैं मुख्यमंत्री से अपील करना चाहूंगी कि वह जब चुनाव के बहाने घर से बाहर निकले ही हैं, तो जनता की थोड़ी सुध भी ले लें.
राजस्थान को शर्मसार करने वाली घटना- अर्जुन राम मेघवाल
उदयपुर में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला. मेघवाल ने कहा कि राजस्थान में इस तरह की घटनाएं शर्मसार कर रही है. राज्य सरकार की नाकामी उजागर हो रही है. इन घटनाओं से मन दुखी है. कई लोगों के फोन आए हैं जो इन मामलों को लेकर आहत हैं. पूरा घटनाक्रम निंदनीय है. दलित को पीट-पीट कर मार डाला गया. भाजपा शासित राज्यों में अगर ऐसी घटना हो जाए तो राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दौड़ कर चले जाते हैं. लेकिन राजस्थान में अत्याचार की घटनाएं उनके ध्यान में नहीं आती.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इन घटनाओं पर रोक नहीं लगा पा रहे हैं. प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ गई है. समय-समय पर इस तरह की घटनाएं सामने आती है, लेकिन राहुल गांधी को दिखाई नहीं देतीं.