जयपुर. राजस्थान कांग्रेस की ओर से आज बढ़ती महंगाई, पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के बढ़ते दामों के खिलाफ प्रदेश स्तरीय धरना जयपुर के सिविल लाइंस पर दिया गया. इस धरना में भले ही मंत्रियों और नेताओं की संख्या ज्यादा दिखाई दी हो, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं की संख्या काफी कम दिखाई दी. पहले प्रदेश स्तरीय धरने में कार्यकर्ताओं की संख्या कम देखकर और उसके बाद धरने में पहुंचे मंत्रियों को भाषण देने के लिए मंच पर बुलाए जाने के बावजूद जब मंत्री रामलाल जाट, मंत्री महेश जोशी और मंत्री गोविंद मेघवाल ने बोलने से इनकार किया तो राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा इस पर नाराज हो गए.
डोटासरा ने कहा कि आज आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ाकर केंद्र सरकार ने आसमान पर पहुंचा दिया है. इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं की जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ गई है. डोटासरा ने कहा कि हमने मंत्रियों को भाषण देने के लिए कहा, लेकिन मंत्री उंगली हिलाने लगे. डोटासरा ने मंत्रियों को कहा कि यह उंगली (Dotasra Got Angry at Congress Protest) हिलाने का समय नहीं है. यह कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मेहनत से बनी हुई सरकार है. इसलिए जब भी मौका मिले तो हर नेता को अपनी बात रखनी चाहिए. मंत्रियों में जोश होना चाहिए.
पीसीसी चीफ ने कहा कि लोग पिस रहे हैं, आत्महत्या कर रहे हैं और अगर हम उंगली हिलाएंगे तो इसका मतलब यह होगा कि हम हमारी जिम्मेदारी से भागने की चेष्टा कर रहे हैं. इसलिए जिम्मेदारी से भागने की आवश्यकता नहीं है. जहां 100 लोग बुलाए तो वहां 500 लोग लेकर जाएं, तब तो हम मानेंगे कि हम राहुल गांधी के नेतृत्व में मोदी सरकार को हटाना चाहते हैं और 2023 में विधानसभा और फिर 2024 में लोकसभा चुनाव जीतने की बात कर रहे हैं. डोटासरा ने कहा कि हमें आम जनता से जुड़े मुद्दों पर बात मुखर होकर रखनी पड़ेगी, तब तो हम मोदी के राज को हटाने में कामयाब होंगे.
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