जयपुर. कांग्रेस ने सचिन पायलट की जगह अशोक गहलोत सरकार में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी है. डोटासरा राजस्थान के सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ विधानसभा से तीसरी बार विधायक हैं और गहलोत के करीबी माने जाते हैं. नई जिम्मेदारी मिलने के बाद गोविंद सिंह डोटासरा ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अशोक गहलोत का आभार जताया. साथ ही 2023 में प्रदेश में दोबारा बहुमत के साथ कांग्रेस की सरकार बनाने का दावा किया.
डोटासरा ने प्रदेश अध्यक्ष बनने पर सोनिया-राहुल का जताया आभार प्रदेश कांग्रेस में जारी सियासी उठापटक के बीच सचिन पायलट को पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाते हुए शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को पार्टी की कमान सौंपी है. 2008 से लगातार तीसरी बार विधायक चुने गए गोविंद सिंह डोटासरा ने पंचायत समिति के चुनाव के जरिए राजनीति में प्रवेश किया. डोटासरा ने अब पीसीसी चीफ की सीढ़ियां चढ़ी है.
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माना जा रहा है कि सीकर, गंगानगर और हनुमानगढ़ के विधायकों से तारतम्य बनाए रखने की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई थी और बीते 3 दिन में हुई सियासी हलचल के बीच उन्होंने अहम भूमिका भी निभाई. पार्टी आलाकमान की ओर से नई जिम्मेदारी मिलने के बाद गोविंद सिंह डोटासरा ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी का आभार जताते हुए कहा कि छोटे से कार्यकर्ता को प्रदेश अध्यक्ष जैसी बड़ी जिम्मेदारी दिया जाना बड़े सौभाग्य का विषय है. उनका कहना है कि वो इस जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन करेंगे.
डोटासरा ने कहा कि कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर के प्रदेश की गहलोत सरकार की तमाम योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि 2023 में होने वाले चुनाव में बहुमत के साथ दोबारा कांग्रेस की सरकार बनाई जाएगी. बहरहाल, सचिन पायलट की कुर्सी डोटासरा को दिए जाने के बाद अब प्रदेश में राजनीतिक समीकरणों पर चर्चाएं पहले से तेज हो गई है.