जयपुर. ग्रेटर नगर निगम महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर की ओर से एसीबी को पत्र लिखे जाने के बाद अब कांग्रेस पार्षद दिव्या सिंह ने महापौर पर तंज कसा है. दिव्या सिंह ने कहा कि मेयर के पति कर्मचारियों को धमकाने के मामले में जेल में बंद है. उसी इतिहास को महापौर दोहराना चाहती हैं. वो कर्मचारियों और अधिकारियों को एसीबी का डर दिखा रही हैं. जिससे नियम विरुद्ध काम करवाने के लिए उन्हें बाध्य कर सकें.
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कांग्रेस से ग्रेटर नगर निगम की मेयर प्रत्याशी रही पार्षद दिव्या सिंह ने कहा कि महापौर ने एसीबी को भ्रष्टाचार रोकने के लिए नजर रखने और जरूरत पड़ने पर आवश्यक कार्रवाई किए जाने की सिफारिश की है. जबकि महापौर के पति राजाराम गुर्जर जो पहले नगर परिषद करौली के सभापति रह चुके हैं. नगर परिषद करौली के कर्मचारियों से मारपीट और धमकाने के मामले में जेल में बंद हैं. उस इतिहास को नगर निगम जयपुर ग्रेटर मेयर दोहराना चाहती हैंय
जिससे नगर निगम कर्मचारी और अधिकारियों को एसीबी का डर दिखाकर नियम विरुद्ध काम करवाने के लिए बाध्य करें. दिव्या सिंह ने कहा कि अपने पति के मुकदमों में अधिकारियों पर दबाव बनाकर सहायता कर सकें. उन्होंने कहा कि मेयर की चुनाव याचिका न्यायालय में विचाराधीन है. इससे मेयर परेशान और भयभीत हैं. एसीबी के पत्र से अधिकारियों को दवाब में लेना चाहती हैं. जिससे याचिका में इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सके. उन्होंने आरोप लगाया कि मेयर जनता की सेवा के लिए नहीं बनी हैं. वो अपने पति की तरह अवैध कार्य कराने की ओर अग्रसर हो रही हैं. निगम के इतिहास में पहली बार एसीबी को पत्र लिखा जा रहा है.
दिव्या सिंह ने कहा कि ग्रेटर नगर निगम के सभी कांग्रेस के पार्षद सदैव ही ईमानदार अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ खड़े रहेंगे. मेयर के दबाव में आने की जरूरत नहीं है. नगर परिषद करौली की तरह भय और भ्रष्टाचार की पुनरावृत्ति जयपुर में नहीं होने देंगे. कांग्रेस सरकार ईमानदार अधिकारियों और कर्मचारियों को लेकर प्रतिबद्ध है. किसी को भयभीत होने की जरूरत नहीं है.