जयपुर. प्रवासी श्रमिकों के लिए राजस्थान कांग्रेस की ओर से बनाया गया कंट्रोल रूम दिन रात काम कर रहा है. अब तक लगभग राजस्थान आने और प्रदेश से जाने के लिए 50,000 लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है. वहीं सबसे ज्यादा प्रवासी जालोर, सिरोही और बांसवाड़ा जिले में आना चाहते हैं.
प्रदेश में लॉकडाउन 3.0 चल रहा है और क्योंकि प्रदेश में सरकार कांग्रेस की है. ऐसे में कांग्रेस संगठन की भी जिम्मेदारी बनती है कि इस लॉकडाउन के दरमियान लोगों को कोई परेशानी ना हो, इसका वह खास ध्यान रखें. यही कारण है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट की ओर से पहले प्रदेश में लॉकडाउन में कोई भूखा न रहे, इसके लिए राजस्थान कांग्रेस की ओर से यह व्यवस्था की गई कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता और नेता भामाशाहओं के साथ मिलकर लोगों को भोजन के पैकेट उपलब्ध करवाएं. इसके चलते राजस्थान कांग्रेस की ओर से जो जिला अध्यक्षों और कांग्रेस नेताओं को निर्देश जारी किए गए थे, उससे करीब एक लाख लोगों को भोजन के पैकेट बांटे गए लेकिन अब क्योंकि लोगों को कुछ रियायत मिल गई है. ऐसे में यह संख्या भी घटकर 30 से 35 हजार तक पहुंच गई है.
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वहीं अब कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी ने ये कहा है कि श्रमिकों को लाने और ले जाने के लिए अगर केंद्र सरकार पैसा नहीं देगी. ऐसे में कांग्रेस पार्टी की ओर से यह पैसा दिया जाएगा. ऐसे में अब राजस्थान कांग्रेस की ओर से जो कंट्रोल रूम बनाया गया है. उसमें लगातार दिन-रात काम चल रहा है. यही कारण है कि 2 दिन पहले जब कांग्रेस पार्टी ने अपना गूगल फॉर्म जारी किया है. जिस पर ऑनलाइन ही श्रमिक अपने जाने और दूसरे प्रदेशों से आने के लिए डिटेल दे सकता है. उसमें करीब 50,000 लोगों ने अब तक अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया है. अब कांग्रेस पार्टी संबंधित अधिकारियों के जरिए इस लिस्ट को वेरीफाई करवाकर उन्हें भेजने का इंतजाम करने में जुटी हुई है. यह व्यवस्था लगातार चालू है और जितने भी लोगों का कांग्रेस पार्टी के पास रजिस्ट्रेशन आएगा, उन्हें घर पहुंचाने के लिए फ्री में सुविधा कांग्रेस पार्टी की ओर से उपलब्ध करवाई जाएगी.