जयपुर.'मिले कदम जुड़े वतन' स्लोगन संग कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में 3500 किलोमीटर लंबी भारत जोड़ो यात्रा निकाली जाएगी (Congress Bharat Jodo Yatra). कन्याकुमारी से शुरू होकर 12 राज्यों को छूएगी ये यात्रा. समापन कश्मीर में होगा. राजस्थान में ये पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के गढ़ झालावाड़ से प्रवेश कर कोटा ,दौसा और अलवर होते हुए राजस्थान से Exit करेगी.
ERCP वाले क्षेत्रों को तवज्जो:राजस्थान में कुल 530 किमी दूरी तय की जाएगी. यात्रा के रूट चार्ट को देखकर अंदाजा लग जाता है कि मरुभूमि पर कांग्रेस किसको जोड़ने की ख्वाहिशमंद है! यहां ईस्ट राजस्थान कैनाल परियोजना चुनाव का सबसे बड़ा और अहम मुद्दा बनने जा रहा है इसलिए फोकस उन क्षेत्रों पर ही हैं जहां इसकी मांग है. मध्यप्रदेश के उज्जैन से 'यात्री' झालावाड़ के रास्ते राजस्थान में प्रवेश करेंगे. इसके बाद कोटा, दौसा और अलवर के रास्ते बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश) में प्रवेश करेंगे.
Entry से Exit के बीच कोटा, बारां,बूंदी, टोंक, सवाई माधोपुर और दौसा पड़ेगा. रास्ते का चुनाव जताता है कि राजस्थान में इस यात्रा के जरिए पूर्वी राजस्थान को साधने की कोशिश होगी. इन जिलों के लिए ERCP को जीवनदायिनी बताया जाता है. कहा जा रहा है कि राहुल गांधी के सामने इस इश्यू को पुरजोर तरीके से रखा जाएगा. सोच ये है कि वो मसले को समझ केंद्र सरकार से इस प्रोजेक्ट पर खुलकर सवाल कर सकें. यात्रा मुख्य तौर पर हाईवे से निकलेगी. लेकिन कोटा, दौसा और अलवर जिले में कांग्रेस पार्टी की ओर से बड़ी सभाओं का भी आयोजन किया जाएगा.