जयपुर.राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार को जिस तरह बर्बरता के साथ एक युवक की हत्या की गई, उससे देश में हर कोई हैरान है. नेता भले ही कांग्रेस के हों या भाजपा के इस घटना पर हर कोई तीखी प्रतिक्रिया देता दिखाई दे रहा है. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी उदयपुर की घटना को जघन्य और धर्म के नाम पर बर्बरता बताते हुए लिखा (Rahul Gandhi reaction on Udaipur brutal murder) की, उदयपुर में हुई जघन्य हत्या से मैं बेहद स्तब्ध हूं. धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती. इस हैवानियत से आतंक फैलाने वालों को तुरंत सख्त सजा मिले. हम सभी को साथ मिलकर नफरत को हराना है. मेरी सभी से अपील है, कृपया शांति और भाईचारा बनाए रखें.
प्रियंका गांधी: उदयपुर में घटी हिंसक घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है. दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. धर्म के नाम पर नफरत, घृणा व हिंसा फैलाने वाले मंसूबे हमारे देश व समाज के लिए घातक हैं. हमें मिलकर शांति व अहिंसा के प्रयासों को मजबूत करना होगा.
गोविंद डोटासरा: उदयपुर में युवक की निर्मम हत्या की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. राजस्थान सरकार अपराधियों पर कठोर कार्रवाई एवं उन्हें सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है. समाज में घृणा और क्रूरता का कोई स्थान नहीं है. सभी पक्ष शांति व सौहार्द बनाए रखें. किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा.
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सचिन पायलट: उदयपुर में युवक की निर्मम और दिल दहलाने वाली हत्या की घटना अत्यंत दुखद एवं निंदनीय है. मैं इसकी भर्त्सना करता हूं. इस अमानवीय कृत्य को अंजाम देने वाले अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए. मैं सभी से अपील करता हूं कि शांति और भाईचारा बनाए रखें.
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वसुंधरा राजे: उदयपुर में एक निर्दोष युवक की दिन दहाड़े निर्मम हत्या से स्पष्ट हो गया है कि राज्य सरकार की शह के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और प्रदेश में साम्प्रदायिक उन्माद व हिंसा की स्थिति उत्पन्न हो गई है. अपराधी इतने बैखोफ हैं कि उन्होंने प्रधानमंत्री जी को लेकर हिंसक बयान दिया है. घटना में लिप्त सभी अपराधियों की तुरंत गिरफ्तारी हो और कड़ी सजा मिले. इस घटना के पीछे जिन लोगों का हाथ है, उन्हें भी राज्य सरकार बेनकाब कर गिरफ्तार करे.
गजेंद्र सिंह शेखावत:उदयपुर के एक सीधे-साधे नागरिक की बर्बरता से हत्या और आरोपियों द्वारा वीडियो बनाकर अपराध स्वीकारना बताता है कि तुष्टिकरण सीमाएं लांघ जाए तो वातावरण खूनी वैमनस्य का शिकार हो जाता है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत को अनदेखा किया, जिसका वीभत्स परिणाम सामने है. यह वारदात सभ्य समाज को भयग्रस्त करने की साजिश का हिस्सा है. गहलोत जी सपाट बयानी कर पल्ला नहीं झाड़ सकते. उनकी जिम्मेदारी है प्रत्येक नागरिक को सुरक्षित महसूस कराना और उन कारणों पर रोक लगाना जिनसे इस तर्ज के अपराध और अपराधी पनप रहे हैं. अपनी एकांगी नीतियों की वजह से राज्य सरकार वैसे भी कटघरे में खड़ी है.
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सतीश पूनिया: ये अशोक जी की कैसी सरकार है, जहां. कन्हैया लाल को किसी का समर्थन करने की आजादी नहीं, मगर मोहम्मद रियाजज को हत्या करने की आजादी है? रियाज ने प्रधानमंत्री जी के प्रति भी हिंसक भावनाएं दर्शायी है. रियाज को तुरंत हिरासत में लेकर उसके आतंकी संबंधों की छानबीन होनी चाहिए.
राज्यवर्धन सिंह राठौड़: कांग्रेस राज में राजस्थान तालिबानी स्टेट बनने की राह पर अग्रसर है. कांग्रेस के मुस्लिम तुष्टीकरण ने जिहादियों का दुस्साहस इतना बढ़ गया कि वो खुलेआम हिंदुओं की हत्या कर रहे हैं. प्रधानमंत्री को धमकी दे रहे हैं. यह अराजकता गहलोत सरकार द्वारा मजहब विशेष के उपद्रवियों को ढील देने का परिणाम है.
किरोड़ी मीणा:हार्डकोर आतंकवादी भी ऐसा कृत्य नहीं करते जैसा उदयपुर में हुआ. प्रदेश सरकार के संरक्षण में अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं. यदि सख्ती से इस प्रकार के अपराधों से नहीं निपटा गया तो प्रदेश के सामाजिक सौहार्द का ताना-बाना बिगड़ेगा और कानून व्यवस्था चौपट होगी. अपराधी खुलेआम प्रधानमंत्री को भी धमकी दे. यह कृत्य केवल राजस्थान में ही क्यों हो रहा है, इसकी जांच होना चाहिए.