जयपुर.कोरोना महामारी के बीच पेट्रोल डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी जंग शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर कोविड महामारी में पेट्रोल डीजल की कीमतें लगातार बढ़ाकर आम जन को मुश्किल में डालने का आरोप लगाया तो वहीं, प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने इस मामले में गेंद सरकार के पाले में डाली और कहा आमजन को राहत पहुंचाने के लिए गहलोत सरकार पेट्रोल डीजल पर लगाया गया वेट ही वापस ले ले.
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दरअसल रविवार को अलसुबह ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक ट्वीट किया जिसमें केंद्र सरकार पर महामारी के इस दौर में पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच आमजन की परेशानी में डालने का आरोप लगाया गया. गहलोत ने अपने ट्वीट में लिखा कि.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत कम होने के बावजूद पेट्रोल-डीजल की कीमत लगातार बढ़ रही है. कई राज्यों में पेट्रोल के दाम 100 रुपये लीटर से अधिक हो गए हैं. एक तरफ आम आदमी कोविड और आमदनी कम होने से परेशान है वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार महंगाई से उसके लिए मुश्किल कर रही है.
केन्द्र सरकार पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी को लगातार कम कर रही है जिसमें राज्यों को हिस्सा मिलता था लेकिन स्पेशल एक्साइज ड्यूटी एवं एडिशनल एक्साइज ड्यूटी लगाकर अपनी जेब भर रही है. केन्द्र सरकार की एक तिहाई कमाई पेट्रोल-डीजल के टैक्स से ही हो रही है. जब केन्द्र सरकार को पेट्रोल-डीजल पर टैक्स कम कर आम आदमी को राहत देनी चाहिए थी तब इस साल के बजट में इन पर एक नया टैक्स लगा दिया. इससे ट्रांसपोर्टेशन चार्ज बढ़ गए हैं जिससे सभी चीजों पर महंगाई बढ़ रही है. आम आदमी मोदी सरकार द्वारा बुने गए इस महंगाई के जाल से बुरी तरह तंग आ चुका है.