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कोविड टीकाकरण के बाद प्रतिकूल प्रभाव के लिए भी पूरी तैयारी, जिला स्तर पर बनाई निगरानी समितियां

राज्य में लाभार्थियों की संख्या के अनुपात में जिलों को सत्र स्थलों का आवंटन किया गया है. जिनमें प्रति जिला न्यूनतम 3 सत्र स्थल निर्धारित किये गये हैं. इन सत्र स्थलों पर प्रतिदिन के हिसाब से ही टीकाकरण किया जायेगा एवं जिले में यदि किसी सत्र स्थल पर सत्र पूर्ण हो जाता है, तब अन्य सत्र स्थल को टीकाकरण के लिए प्रारम्भ कर दिया जायेगा.

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कोविड टीकाकरण के बाद प्रतिकूल प्रभाव के लिए भी पूरी तैयारी

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Published : Jan 15, 2021, 11:02 PM IST

जयपुर.प्रदेश में कोरोना टीकाकरण की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. शनिवार से टीकाकरण का कार्य आरंभ हो जाएगा. सत्र स्थल पर टीकाकरण उपरान्त प्रतिकूल प्रभाव (AEFI) की निगरानी के लिए 2/5 को प्रशिक्षित कर दिया गया है. साथ ही सभी सत्र स्थलों पर एईएफआई किट की उपलब्धता सुनिश्चित करवा दी गई है. टीकाकरण उपरान्त प्रतिकूल प्रभाव (AEFI) के लिए जिला स्तर पर विद्यमान निगरानी समितियों का भी प्रशिक्षण /आमुखीकरण कर दिया गया है. इसकी रेगुलर मीटिंग जिला स्तर पर हो रही है.

कोविड टीकाकरण के बाद प्रतिकूल प्रभाव के लिए भी पूरी तैयारी
किसी भी आपातकालीन अथवा रेफरल सुविधा के लिए 104 एवं 108 आपातकालीन हेल्पलाईन उपलब्ध रहेगी. इसके लिए हेल्पलाईन कार्मिको का भी प्रशिक्षण करवा दिया गया है. इन सम्पूर्ण कार्यों की निगरानी जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स कर रही है.

कोविन पर रजिस्टर्ड लाभार्थी को लगेगा टीका

सभी लाभार्थियों का रजिस्ट्रेशन भारत सरकार द्वारा निर्मित कोविन सॉफ्टवेयर (COWIN) पर किया गया. क्योंकि केवल कोविन पर रजिस्टर लाभार्थी को ही टीका लगाया जायेगा. साथ ही वैक्सीन को भी फेज मैनर में लान्च किया जाना प्रस्तावित है. इस क्रम में प्रथम चरण के लिए लाभार्थियों को निम्न श्रेणियों में कोविन सॉफ्टवेयर पर रजिस्टर किया जाना है

(1) हेल्थकेयर वर्कर्स- समस्त निजी एवं सरकारी चिकित्सा संस्थानों के नर्सिंग, पेरामेडिकल, सपोर्ट स्टाफ, सुपरवाईजर, विधार्थी एवं चिकित्सक, संविदाकर्मी, आईसीडीएस विभाग के कर्मचारी आदि शामिल हैं. साथ ही आर्मी, एयरफोर्स के समस्त स्वास्थ्य कर्मी (AFMS) शामिल हैं.
(2)फ्रंट लाइन वर्कर्स रक्षा मंत्रायल, गृह मंत्रालय के अधीन मिलिक्ट्री पैरा मिलिक्ट्री, हॉमगार्ड, आपदा प्रबन्धन एवं जेल कार्मिक, म्युनिसिपल वर्कर, राज्य पुलिस एवं कोविन कार्य में नियुक्त रेवेन्यु कर्मचारी शामिल है.
(3) 50 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोग एवं 50 वर्ष से कम उम्र परन्तु को-मोर्बिड (अन्य बीमारियों से ग्रसित) व्यक्ति शामिल हैं.

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19031 वैक्सीनेटर्स एवं 4059 सुपरवाईजर को दी ट्रेनिंग

सम्पूर्ण वैक्सीनेशन के लिए कुल 19031 वैक्सीनेटर्स एवं 4059 सुपरवाईजर का का चयन कर पूर्ण रूप से प्रशिक्षित किया जा चुका है. प्रथम चरण वैक्सीनेशन के लिए 5626 वैक्सीनेशन दलों के 28130 टीम सदस्यों को प्रशिक्षित कर दिया गया है. कोविड वैक्सीनेशन कार्यक्रम को जन आन्दोलन बनाने के लिए सभी स्टेक हॉल्डस का आमुखीकरण एवं प्रशिक्षण किया जा चुका है. जिसमें राज्य के जन प्रतिनिधियों (विधायक, प्रधान, सरपंच आदि) का जिला / ब्लॉक एवं सेक्टर स्तर पर आमुखीकरण कर दिया गया है. जिला/ब्लॉक एवं सेक्टर पर अधिकारियों/ चिकित्सकों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं स्वास्थ्य मित्रों का भी आमुखीकरण कर दिया गया है. आएपी व आईएमए संगठनों को भी संबोधित कर भागीदारी के लिए निवेदन किया गया था, जिसके क्रम में सभी संगठनों ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है. आंगनबाडी कार्यकर्ताओं, सहायिका, आशा सहयोगिनीयों का भी आमुखीकरण किया जा चुका है.

कमियों को दूर करने के लिए हुआ ड्राई रन

सभी तैयारियों के आंकलन एवं किसी भी प्रकार की कमी ना रहे यह सुनिश्चित करने के लिए राज्य में अभी तक 3 चरणों में विभिन्न सत्र स्थलों पर ड्राई रन कराया जा चुका है. प्रथम चरण 2 जनवरी को सात जिलों में 18 सत्र स्थलो, द्वितीय चरण 8 जनवरी को सभी 34 जिलों में 103 सत्र स्थलो, तृतीय चरण 13 जवनरी को सभी 34 जिलों (जयपुर- प्रथम एवं जयपुर-द्वितीय मिलाकर) के 282 सत्र स्थलो पर ड्राई रन सफलतापूर्वक किया जा चुका है.

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