जयपुर. हर साल पितृ पक्ष के समापन के साथ अगले दिन से ही नवरात्र का शुभारंभ हो जाता है और घट स्थापना के साथ 9 दिनों तक नवरात्र की पूजा होती है. यानी पितृ अमावस्या के अगले दिन से प्रतिपदा के साथ शारदीय नवरात्र का आरंभ हो जाता है, लेकिन इस साल ऐसा नहीं हुआ. क्योंकि इस बार श्राद्ध खत्म होते ही अधिकमास लग गया.
अधिक मास लगने से नवरात्र और पितृ पक्ष के बीच एक महीने का अंतर आ गया. आश्विन मास में मलमास लगना और एक महीने के अंतर पर दुर्गा पूजा आरंभ होना एक ऐसा संयोग है जो करीब 165 साल बाद हुआ है. लीप वर्ष होने के कारण ऐसा हो रहा है. ज्योतिष की माने तो 160 साल बाद लीप ईयर और अधिकमास दोनों ही एक साल में हो रहे है. क्योंकि इस बार 17 सितंबर को श्राद्ध खत्म हुए और 17 अक्टूबर से नवरात्रों का आरंभ होगा. इसी एक माह अंतर के बीच फिलहाल अधिकमास चल रहा है.