जयपुर. उदयपुर में हुए कांग्रेस के नव संकल्प शिविर के बाद प्रदेश की गहलोत सरकार पूरी तरीके से चुनावी मोड में आ चुकी है. उदयपुर से लौटने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार को मुख्य सचिव उषा शर्मा के चेंबर में पहुंचे. संभवतः राजस्थान के इतिहास में ऐसा पहली बार है जब मुख्यमंत्री बिना किसी पूर्व सूचना के मुख्य सचिव के चेंबर में पहुंचे (CM Gehlot surprise visit to CS office in Jaipur) हों.
सीएस चेम्बर पहुंचे सीएम: दरअसल ब्यूरोक्रेसी में एक संदेश देने के लिहाज से मुख्यमंत्री गहलोत मंगलवार को खुद चलकर मुख्य सचिव के चेंबर में पहुंचे और सरकार की नीतिगत योजनाओं को लेकर लंबी चर्चा की. जानकारों की मानें तो सीएम के इस तरह के एक्शन के पीछे यह माना जा रहा है कि सरकार अब ब्यूरोक्रेट्स को यह मैसेज देना चाहती है कि वह किसी भी तरह से सरकार के जन कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने में कोताही नहीं बरतें. सरकार अब सीधे योजनाओं की मॉनिटरिंग कर रही है. जानकार यह भी मानते हैं कि मुख्यमंत्री अगर इस तरह से ब्यूरोक्रेट्स के किसी चेंबर में अचानक पहुंचते हैं, तो अन्य ब्यूरोक्रेट्स के लिए भी एक मैसेज होता है कि वह कभी भी औचक निरीक्षण कर सकते हैं.
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इन बिंदुओं पर चर्चा: सीएम गहलोत और सीएस उषा शर्मा के चेंबर में लम्बी चर्चा चली. माना यह जा रहा है कि गुड गवर्नेंस और सर्विस डिलीवरी, डेवलपमेंट, शिविर में उठे बिंदुओं, जनजाति क्षेत्र के विकास, वित्त, गृह से जुड़ी योजनाओं को लेकर विचार होना संभव है. अचानक सीएम के आने से सुरक्षा विभाग महकमा भी अलर्ट हो गया. पुलिसकर्मी और अन्य टीम भी सीएस ऑफिस के बाहर पहुंची. उषा शर्मा को भी सीएम के पहुंचने से महज 2 मिनट पहले ही सूचना दी गई.
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सीएम ने किया ट्वीट:सीएम गहलोत ने सीएस उषा शर्मा से मुलाकात को लेकर ट्वीट भी किया जिसमें गहलोत ने लिखा कि शासन सचिवालय में मुख्य सचिव के कार्यालय पहुंचकर विभिन्न विकास कार्यों पर चर्चा की. किस प्रकार से बजट घोषणाओं का समयबद्ध रूप से क्रियान्वयन सुनिश्चित हो और प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के साथ कार्यक्रमों को जन-जन तक पहुंचाया जाए, इसे लेकर चर्चा हुई. सीएम की मुख्य सचिव से मुलाकात के दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रमुख सचिव कुलदीप रांका और वित्त विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा भी मौजूद रहे.