जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आमजन को गुड गवर्नेंस देने की दिशा में नई पहल करते हुए आगामी वित्तीय वर्ष शुरू होने से पहले ही राज्य बजट 2021-22 की घोषणाओं की समय पर क्रियान्विति के लिए माॅनिटरिंग शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि लोगों की तकलीफें दूर करने, हर वर्ग के उत्थान तथा राज्य के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखकर सरकार ने इस बजट में विगत दो वर्षाें की कुल घोषणाओं से भी 27 प्रतिशत अधिक घोषणाएं की हैं. इन घोषणाओं को जल्द से जल्द धरातल पर लाने के लिए ऐसा माॅडल तैयार करें, जिसमें हर काम निर्धारित टाइमलाइन के अनुसार पूरा हो.
सीएम अशोक गहलोत शनिवार को मुख्यमंत्री निवास पर बजट 2021-22 के क्रियान्वयन के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. उन्होंने कहा कि प्रशासनिक विभाग हर बजट घोषणा की क्रियान्विति के महत्वपूर्ण बिन्दुओं को टाइमलाइन में विभाजित कर उसकी स्वीकृतियां निर्धारित समय पर जारी करें. उन्होंने कहा कि बजट घोषणाओं को लेकर प्रमुख शासन सचिव वित्त के स्तर पर साप्ताहिक, मुख्य सचिव के स्तर पर पाक्षिक एवं मुख्यमंत्री के स्तर पर मासिक समीक्षा की जाएगी. साथ ही विभागों के मंत्रीगण, उच्च अधिकारी और मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी बजट घोषणाओं की क्रियान्विति की नियमित समीक्षा करेंगे.
निर्धारित होंगे घोषणाओं के माइलस्टोन
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक घोषणा को उसकी प्रकृति के अनुरूप विभिन्न श्रेणियों में चिन्हित कर उसकी क्रियान्विति के लिए माइलस्टोन निर्धारित किए जाएं. विस्तृत कार्ययोजना के विवरण का मुख्य सचिव के स्तर पर अनुमोदन होने के बाद सीएमआईएस पोर्टल पर फ्रीज किया जाए, जिसमें डीपीआर तैयार करने से लेकर, वित्तीय, तकनीकी एवं प्रशासनिक स्वीकृति, निविदा तथा कार्यादेश जारी करने और काम पूरा होने तक की तिथियां निर्धारित की जाएं. इस प्रक्रिया की ऑनलाइन माॅनिटरिंग भी सुनिश्चित की जाए. उन्होंने निर्देश दिए कि किसी भी घोषणा के लिए विभिन्न स्वीकृतियां अलग-अलग जारी करने बजाय एक साथ जारी करें, ताकि उनमें लगने वाले समय के कारण कार्य में अनावश्यक देरी नहीं हो.