जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राजस्थान में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बावजूद प्रदेशवासी अपने लापरवाही भरे व्यवहार में बदलाव लाकर मास्क पहनने, उचित दूरी बनाए रखने और भीड़ से दूर रहने के हेल्थ प्रोटोकाॅल की पालना नहीं करेंगे, तो राज्य सरकार सख्त कदम उठाने पर मजबूर होगी. उन्होंने कहा कि दूसरी लहर के दौरान संक्रमण बहुत अधिक तेजी से फैल रहा है. सभी लोग स्वास्थ्य नियमों की पालना कर इसे नियंत्रित रखने में सरकार की मदद करें.
सीएम अशोक गहलोत मुख्यमंत्री निवास पर शनिवार रात को संक्रमण और टीकाकरण की स्थिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पिछले साल कोरोना संक्रमण के प्रसार के दौरान जिस तरह सभी वर्गों और समुदायों के लोगों ने राज्य सरकार का भरपूर सहयोग दिया. सभी स्वास्थ्य नियमों और अन्य दिशा-निर्देशों की पालना की. उसी भावना और समर्थन की फिर से आवश्यकता है. बैठक में स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. राजाबाबू पंवार और एसएमएस मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुधीर भंडारी सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने संक्रमण की तेज गति को नियंत्रित करने के लिए आगामी दिनों में निम्नलिखित कदम उठाने के सुझाव दिए-
- वैवाहिक एवं सामाजिक आयोजनों में उपस्थित व्यक्तियों की संख्या 50 की जाए
- रात्रिकालीन कर्फ्यू की अवधि शाम 6 बजे से 6 बजे तक बढ़ाई जाए
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में धार्मिक मेलों, उत्सवों, जुलूस आदि पर रोक लगे
- सरकारी कार्यालयों की तर्ज पर निजी कार्यालयों में उपस्थिति 75 प्रतिशत की जाए
- रेस्टोरेंट आदि में केवल ‘टेक-अवे‘ की सुविधा की अनुमति हो
- कोचिंग संस्थानों में कक्षाओं पर रोक लगाई जाए
- स्कूलों एवं शैक्षणिक संस्थानों में विद्यार्थियों को केवल परीक्षा के लिए ही प्रवेश हो
- बसों एवं अन्य सार्वजनिक वाहनों में यात्रियों की संख्या 50 प्रतिशत की जाए
मुख्यमंत्री ने इसके लिए सभी जिलों में स्थानीय प्रशासन क्षेत्र के प्रभावशाली लोगों के साथ बैठकर सामझाइश और सख्ती के माध्यम से आमजन से स्वास्थ्य नियमों की पालना करवाने की रणनीति बनाने के निर्देश दिए. उन्होेंने कहा कि अगले एक-दो दिन में सभी कलेक्टर विभिन्न व्यापारी और व्यवसायिक संगठनों धार्मिक स्थलों के प्रबंधकों और अन्य प्रभावशाली लोगों के साथ बैठकें करें. इसी प्रकार पुलिस अधिकारी भी थाने के स्तर तक कम्युनिटी लाइजन ग्रुप (सीएलजी) के सदस्यों के साथ आवश्यक रूप से बैठकें कर कोविड प्रोटोकाॅल की पालना में उनका सहयोग लेना सुनिश्चित करें.
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उदयपुर में बड़ी संख्या में टेस्ट किए जा रहे
गहलोत ने बताया कि उदयपुर में सबसे तेज गति से संक्रमण फैलने के कारण रात्रिकालीन कर्फ्यू शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक 12 घंटे की अवधि के लिए लगाया गया है. उन्होंने कहा कि उदयपुर में बड़ी संख्या में टेस्ट किए जा रहे हैं. फिर भी हर तीसरा व्यक्ति संक्रमित पाया जा रहा है. यहां पाॅजिटिविटी दर 30 प्रतिशत तक पहुंचने के साथ ही शहर के अस्पतालों में 66 प्रतिशत आईसीयू और ऑक्सीजन बेड पर मरीज भर्ती हैं.
लोगों को हेल्थ प्रोटोकाॅल की पालना करने के लिए प्रेरित करें