जयपुर.सीएम अशोक गहलोत गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए 'ग्लोबल हैंडवाशिंग डे' के उपलक्ष्य में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि ग्लोबल हैंडवाशिंग डे का संदेश है कि लोग शरीर को स्वच्छ रखने के लिए खाने से पहले और शौच के बाद हाथ धोएं. कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जो हैल्थ प्रोटोकॉल जारी किया है, उसमें मास्क लगाने और शारीरिक दूरी के साथ-साथ बार-बार हाथ धोने पर भी जोर दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल हैंडवाशिंग डे का उद्देश्य है कि संक्रमित बीमारियों से बचाव करना. उन्होंने कहा कि सही ढंग से और बार-बार हाथ धोने से डायरिया, फेफड़ों के संक्रमण और मौसम बदलने से होने वाली बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है.
आम लोगों को यह संदेश समझाने के लिए ही राज्य सरकार ने गैर-राजनीतिक जन आन्दोलन शुरू किया है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने ग्लोबल हैंडवाशिंग डे को संकल्प दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि हाथ धोने की आदत से कोरोना महामारी सहित सभी संक्रामक बीमारियों से बचा जा सकता है और इसमें की गई लापरवाही बड़े स्तर पर लोगों के स्वास्थ्य के लिए घातक सिद्ध हो सकती है. उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत स्वच्छता को अपनाने के साथ-साथ हमें सामाजिक स्वच्छता पर भी जोर देना होगा और इसके लिए लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी फैलाने से रोकना होगा. यूनिसेफ की राज्य प्रतिनिधि आइजॉल बार्डम ने कहा कि पिछले कुछ वर्षाेंं के दौरान शिक्षा और स्वास्थ्य विभागों की सहभागिता से चले अभियान के कारण राजस्थान में हाथ धोने के प्रति जागरूकता के स्तर में सुधार आया है.