जयपुर.मुख्यमंत्री गहलोत ने रविवार को अपने निवास पर कोविड- 19 महामारी से उत्पन्न स्थिति की नियमित समीक्षा बैठक में कहा कि राज्य सरकार को समाज के सभी जरूरतमंद और वंचित वर्गों के प्रति अपनी जिम्मेदारी का पूरा निर्वहन करना है. ऐसे में गरीब तबके की गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित गर्भ, टीकाकरण और प्रसव से जुड़ी आवश्यकताओं की पूर्ति सुनिश्चित की जाएगी.
उन्होंने कहा कि इस काम में महिला चिकित्सकों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के अलावा राज्य सरकार में पदस्थापित महिला अधिकारियों-कर्मचारियों, जो स्थानीय निवासी हैं, उनकी भी मदद ली जा सकती है.
सरकारी कार्मिक वॉलिंटियर बने, प्रशासन का सहयोग करें...
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला कलेक्टर राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में कार्यरत स्थानीय अधिकारियों और कर्मचारियों की भी सूची तैयार करें और उनको कोविड-19 महामारी से जुड़े विभिन्न अभियानों में वॉलिंटियर के रूप में भूमिका निभाने के लिए नियोजित करें. इन कार्मिकों से मुख्यतः बेघर लोगों, वंचित एवं जरूरतमंदों के लिए भोजन तथा खाद्य सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करवाने का काम लिया जा सकता है. ये वॉलिंटियर कोई परेशानी आने पर जिला स्तर पर स्थित वॉर रूम में सूचना कर मदद ले सकते हैं और स्थानीय प्रशासन भी आवश्यकता होने पर उनकी सेवाएं ले सकता है.