जयपुर.राजधानी के एसएमएस अस्पताल में हार्ट ट्रांसप्लांट ऑपरेशन थिएटर, सोटो कार्यालय और ई-लाइब्रेरी लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान मंच पर बोलने आए यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल मजाकिया अंदाज में कई गंभीर बातें कहते भी नजर आए. उन्होंने कुछ इस तरह अपनी बातें रखी कि सभागार में बैठा हर एक व्यक्ति ठहाका मारकर हंसने लगा.
जयपुर के एसएमएस अस्पताल में लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान मजाकिया अंदाज में बोले यूडीएच मंत्री हालांकि, धारीवाल ने सारी गंभीर बातें ही कहीं. धारीवाल ने कहा कि किसी भी अस्पताल के लिए उसका मैन पावर और इंफ्रास्ट्रक्चर जरूरी होता है. उन्होंने जयपुर के संस्थापकों की दूरदर्शिता का हवाला देते कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर ऐसा हो जो आगामी 25 साल तक काम आए.
मंत्री धारीवाल ने कहा कि हर स्पेशलिटी का एक अलग ब्लॉक होना चाहिए. पूर्व होम सेक्रेट्री थानवी की मौत का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसा ना हो कि इमरजेंसी में कोई पेशेंट आए, उसे कैथ लैब में जांच के लिए जाना पड़े और इस दौरान ही उसकी मौत हो जाए.
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धारीवाल ने वर्तमान में हार्ट और कैंसर के मरीजों की बढ़ती संख्या की बात कहते हुए कार्डियोलॉजी आईसीयू में बेड की संख्या 200 रखे जाने की बात कही. इस दौरान उन्होंने पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार पर तंज कसते हुए उनकी ओर से छोड़े गए साढ़े 3 लाख करोड़ के कर्जे की बात कही. साथ ही एसएमएस प्रशासन से कहा कि सरकार की विकास के लिए फंड देने की इच्छा है, आप प्रस्ताव बना कर तो भेजें.
यूडीएच मंत्री धारीवाल के संबोधन के बाद सीएम अशोक गहलोत ने यूडीएच मंत्री पर चुटकी लेते हुए कहा कि धारीवाल को चिकित्सा महकमे की खासी जानकारी है और उन्होंने कई अच्छे सुझाव भी दिए हैं. ऐसे में क्यों न धारीवाल को अगली बार चिकित्सा मंत्री की जिम्मेदारी दे दी जाए. हालांकि, बाद में उन्होंने साफ कर दिया कि धारीवाल यूडीएच ही देखते रहेंगे.
यहां शांति धारीवाल ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत एसएमएस अस्पताल में 50 से 60 करोड़ रुपए लगाए जाने की बात कही. इस दौरान अन्नदाता कार्ड का विमोचन भी किया गया. साथ ही राजस्थान को देश का पहला राज्य घोषित करने की बात कही गई, जहां जनता को राइट टू हेल्थ दिया जाएगा.