जयपुर.प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में किसी भी व्यक्ति को भोजन की कमी न आए, इसके लिए सीएम अशोक गहलोत ने लोगों से अपनी भागीदारी निभाने का आह्वान किया. उन्होंने लोगों से अपील की कि लोग संक्रमण की गंभीरता को समझें, घरों में रहें. सिर्फ सामाजिक दूरी बनाकर ही इस संक्रमण को रोका जा सकता है.
सीएम गहलोत ने की वीडियो कांफ्रेंसिंग अब तक राजस्थान में 43 लोग इस बीमारी से पीड़ित हो चुके हैं. लाखों लोगों की जिंदगी को संक्रमण और इससे संभावित जीवन की हानि से बचाने के लिए ही लॉक डाउन किया गया है. इसकी पूरी तरह से पालना नहीं होने पर प्रदेश की बड़ी जनसंख्या को घातक बीमारी से संक्रमित होने से रोकने का उद्देश्य पूरा नहीं हो पाएगा. इसलिए आवश्यकता होने पर सख्ती बरतते हुए लॉक डाउन की पालना करवाई जाए.
भूख मिटाने में भागीदार बनें
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर परिवार को स्वेच्छा से दो व्यक्तियों का अतिरिक्त खाना बनाकर उपलब्ध करवाना चाहिए. ऐसा करके हम इस संकटकाल में लाखों लोगों की भूख मिटाने में भागीदार बन सकते हैं. राज्य सरकार भी लॉक डाउन के दौरान गांवों में हर घर तक राशन और भोजन सामग्री पहुंचाने के लिए समुचित व्यवस्था करने की जिम्मेदारी को बखूबी निभाएगी. उन्होंने निर्देश दिए कि शहरी क्षेत्रों में भी बेघरों, मजदूरों, थड़ी-ठेले पर सामान बेचने वालों और निराश्रितों को भोजन सामग्री या खाना मिलने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए, ताकि आमजन को इन वस्तुओं के लिए अपने घर से न निकलना पड़े.
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एक-दो दिन में पूरी तैयारी कर व्यवस्था सुचारू करें
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि रसद विभाग के अधिकारियों, स्थानीय राशन तथा घरेलू सामग्री विक्रेताओं और होम डिलीवरी सेवाएं देने वाली कम्पनियों के साथ समन्वय कर सभी आवश्यक वस्तुओं की सुरक्षित आपूर्ति सुनिश्चित की जाए. इससे जुडे़ लोगों को प्रशिक्षण भी दिया जाए. एक दो दिन में यह व्यवस्था की जाए.
गुजरात के मुख्यमंत्री से संपर्क किया
मुख्यमंत्री ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से संपर्क कर प्रवासी राजस्थानियों के लिए आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का आग्रह किया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि केंद्र सरकार के कैबिनेट सचिव ने लॉक डाउन के चलते विभिन्न राज्यों के बीच हो रहे प्रवासियों के आवागमन को पूरी तरह रोकने के निर्देश दिए हैं. ऐसे में, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली आदि राज्यों के बीच गरीब और मजदूर तबके के उन लोगों का आवागमन रूक जाएगा, जो अपने घर जाना चाहते हैं. संक्रमण की स्थिति में यह आवागमन उचित भी नहीं है, इसलिए जो व्यक्ति जहां है, वहीं पर संबंधित राज्य सरकार उसके लिए भोजन-पानी तथा चिकित्सा सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित करें.
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वीसी के दौरान चिकित्सा एंव स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह राजीव स्वरूप, पुलिस महानिदेशक डॉ. भूपेन्द्र सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रोहित कुमार सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव ग्रामीण विकास राजेश्वर सिंह, प्रमुख शासन सचिव सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता अखिल अरोरा, शासन सचिव नागरिक आपूर्ति एवं आपदा राहत सिद्धार्थ महाजन तथा सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त महेन्द्र सोनी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.